नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना/दिल्ली। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आपराधिक घटनाओं से जुड़े उनके ताज़ा ट्वीट पर उन्हें नसीहत दी है कि कुछ भी अनाप सनाप बोलने के पहले एनसीआरबी के 2024 की रिपोर्ट का अध्ययन कर लेना चाहिए जिसमें उच्च अपराध दर के प्रथम दस राज्यों की सूची में बिहार शामिल नहीं है। श्री प्रसाद ने कहा कि राज्य में पुलिस बल में पर्याप्त नियुक्तियों, आधारभूत संरचना का विस्तार, अनुसंधान की बेहतर गुणवत्ता, आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नियमित मॉनिटरिंग से यह संभव हो रहा है।
श्री प्रसाद ने कहा कि क्राइम रेट आपराधिक घटनाओं के निर्धारण के लिए एनसीआरबी का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। तेजस्वी यादव के बदले हुए सुर की वजह सीधे तौर पर बार बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भविष्य में कभी भी राजद के साथ नहीं जाने की घोषणा से उपजी हताशा है। क्योंकि राजद लगातार कमजोर हो रहा है।लोकसभा चुनाव में फिसड्डी प्रदर्शन की वजह से 2025 विधानसभा चुनाव में पूर्ण सफाये का उन्हें अहसास हो गया है।
श्री प्रसाद ने कहा कि राज्य में क़ानून का शासन बड़े औद्योगिक समूहों को निवेश के लिए प्रेरित कर रहा है। लगातार कारख़ाने लग रहे हैं। बेरोज़गारों को रोज़गार मिल रहा है। इससे लालटेनी संस्कृति के पोषक तत्वों की नींद उड़ रही है इसीलिए लगातार बिहार की छवि मलिन करने की चेष्टा में श्री तेजस्वी संलग्न हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के शासन को पटना उच्च न्यायालय ने जंगलराज की संज्ञा दी हो, जिस काले दौर के साथ लोमहर्षक सामूहिक नरसंहारों एवं फिरौती के लिए अपहरण के कुख्यात क़िस्से जुड़े हों, उन्हें ऐसे बयानों के पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए।