औरंगाबाद देश का एकमात्र ऐसा जिला है जहां दो–दो बिजली प्लांट हैं स्थापित
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। बिहार का औरंगाबाद देश का एकमात्र ऐसा जिला है जहां दो–दो बिजली प्लांट स्थापित हैं। यहीं पर बन रहे देश के दूसरे सबसे बड़े बिजली संयंत्र की आधारशिला कल प्रधानमंत्री रखेंगे। बिहार और देश की बिजली जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से औरंगाबाद के बारून और नबीनगर प्रखंड की सीमा पर स्थापित एनटीपीसी लिमिटेड की नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना का विस्तार किया जा रहा है। स्टेज 2 के तहत विस्तार की गई इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को रोहतास जिले के बिक्रमगंज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान करेंगे।
एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र एक के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक सुदीप नाग ने बताया कि परियोजना के स्टेज दो के तहत यहां आठ-आठ सौ मेगावाट की तीन इकाइयां स्थापित की जाएगी। इसके निर्माण पर 29947 करोड़ से अधिक की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के विस्तार के बाद इसकी वर्तमान उत्पादन क्षमता 1980 मेगावाट से बढ़कर 4380 मेगावाट हो जाएगी और यह देश की सबसे बड़ी बिजली परियोजनाओं में एक होगी। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं औरंगाबाद से चार बार सांसद रहे सुशील कुमार सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश के समग्र विकास और हर क्षेत्र में विस्तार की सोच के तहत औरंगाबाद के अत्याधुनिक बिजली संयंत्र को देश का दूसरा सबसे बड़ा बिजली संयंत्र बनाया जा रहा है। इससे न केवल औरंगाबाद में बल्कि बिहार में विकास को नई गति मिलेगी और रोजगार एवं उद्योग-व्यापार के नए अवसर सृजित होंगे।
श्री सिंह ने कहा कि यहां बिजली प्लांट के विस्तार से राज्य में औद्योगिक माहौल बनने के साथ-साथ औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और यहां से श्रमिकों के अन्यत्र पलायन को भी रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता इससे काफी उत्साहित है।
गौरतलब है कि औरंगाबाद देश का एकमात्र ऐसा जिला है जहां एनटीपीसी के दो–दो बिजली प्लांट स्थापित हैं और यहां से न केवल बिहार की बल्कि झारखंड, महाराष्ट्र, उड़ीसा आदि राज्यों की बिजली जरूरतें पूरा हो रही हैं।