पुलिस की तत्परता से खुश हुई पीड़िता
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए चल रहे अभियान के तहत औरंगाबाद साइबर थाना को एक बड़ी सफलता मिली है। थाना की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से शहर की एक शिक्षिका को ठगी गई 3 लाख 279 रुपए की राशि वापस मिल गई, जिससे पीड़िता ने पुलिस प्रशासन के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की है।
जानकारी के अनुसार शहर के जय मां कॉलोनी निवासी शिक्षिका अनामिका घोष को टेलीग्राम पर इन्वेस्टमेंट का लालच दिया गया। प्रतिदिन अधिक लाभ का झांसा देकर उन्हें एक फर्जी स्कीम में जोड़ लिया गया। धीरे-धीरे उनसे कुल 6 लाख 90 हजार रुपए की ठगी कर ली गई। जब रिटर्न मिलना बंद हुआ और लिंक काम नहीं करने लगा, तब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ। इसके बाद शिक्षिका ने तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और औरंगाबाद साइबर थाना में एफआईआर भी कराई।
शिकायत मिलते ही साइबर थाना की टीम ने बैंक खातों, यूपीआई लेनदेन और संदिग्ध वॉलेट्स को ट्रैक करते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। लगातार फॉलो-अप और तकनीकी जांच के बाद पुलिस ने 3 लाख 279 रुपए को सफलतापूर्वक फ्रीज करवा कर रिकवर किया और शिक्षिका के बैंक खाते में राशि वापस करा दी।
साइबर डीएसपी ने कहा कि— “ठगी का शिकार होने पर पहले 2 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे मामलों में तुरंत 1930 पर कॉल करें या साइबर पोर्टल पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करें। त्वरित कार्रवाई से ही राशि वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।”
उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर किसी अनजान लिंक पर भरोसा न करें। टेलीग्राम/व्हाट्सएप ग्रुप में दी जाने वाली हाई रिटर्न स्कीमें अक्सर फर्जी होती हैं। किसी भी भुगतान से पहले स्रोत की पूरी जांच अवश्य करें।