नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
जहानाबाद। सदर अस्पताल परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब इलाज के दौरान अरवल जिले के मदन सिंह टोला निवासी प्रमोद चौधरी की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी लापरवाही और मारपीट के कारण ही प्रमोद की जान गई है।
जानकारी के मुताबिक, प्रमोद चौधरी को पुलिस ने एक दिन पहले शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया था और बाद में उसे जेल भेज दिया गया था। रात में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर पुलिस उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आई। इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। परिजनों का सवाल है कि जब सब कुछ सामान्य था तो अचानक मौत कैसे हो गई?
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस हिरासत में कैदियों के साथ मारपीट की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। यदि किसी आरोपी की तबीयत बिगड़ती है तो उसका समय पर और सही इलाज होना जरूरी है। फिलहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा। वहीं, परिजन अपने सवालों के जवाब और न्याय की मांग को लेकर अड़े हुए हैं।