नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण को लेकर वृहत पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आवासीय परिसर, जजेज कॉलोनी में किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं प्राधिकार के अध्यक्ष राज कुमार, प्रभारी सचिव डॉ. दीवान फहद खान समेत सभी न्यायिक पदाधिकारियों ने पौधारोपण किया। पौधारोपण के बाद अपने संबोधन में प्रधान जिला जज ने कहा कि पर्यावरण और जीवन का अटूट संबंध है, और इसका संरक्षण प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्वजों द्वारा लगाए गए वृक्षों की वजह से आज हमें हरियाली और छाया मिल रही है। अगर हर व्यक्ति इस कर्तव्य का ईमानदारी से निर्वहन करे तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। जलवायु परिवर्तन, कम होती वर्षा और गिरता भूजल स्तर पर्यावरणीय असंतुलन के ही परिणाम हैं। प्रभारी सचिव डॉ. दीवान फहद खान ने कहा कि पौधारोपण से न केवल पर्यावरण स्वच्छ होता है, बल्कि अनेक बीमारियों से बचाव भी संभव होता है। कोरोना काल में ऑक्सीजन की भारी किल्लत को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इसका स्थायी समाधान बड़े पैमाने पर पौधारोपण ही है। उन्होंने बताया कि वृक्ष न सिर्फ जीवनदायिनी हवा देते हैं, बल्कि मानसिक सुकून का भी स्रोत होते हैं। हर व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और जब तक वह बड़ा न हो जाए, उसकी देखभाल भी करनी चाहिए। इस अवसर पर परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्यभूषण आर्य, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश इसरार अहमद, विश्व विभूति गुप्ता, आनंदिता सिंह, अशोक कुमार गुप्ता, लक्ष्मी कांत मिश्रा, निशीत दयाल, कन्हैया लाल यादव, आनंद भूषण, विवेक कुमार सिंह, उमेश मिश्रा, मनीष कुमार जायसवाल, पंकज कुमार पांडेय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी लाल बिहारी पासवान, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रदीप चंद्रा, न्यायिक दंडाधिकारी शुभांकर शुक्ला समेत सभी न्यायिक पदाधिकारियों ने फलदार पौधे लगाकर उनके संरक्षण का संकल्प लिया।