नवबिहार टाइम्स संवाददाता
फुलवारी शरीफ। नए साल से ठीक पहले पटना में नकली विदेशी शराब के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के जगदंबा कॉलोनी, खेमनीचक स्थित एक मकान में लॉज की तरह बनाए गए कमरों में नकली शराब की फैक्ट्री चलाई जा रही थी. मद्य निषेध विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर भारी मात्रा में निर्मित व अर्धनिर्मित नकली शराब, केमिकल, स्प्रिट, बोतल, ढक्कन, रैपर, क्यूआर कोड, स्टिकर और पैकिंग मशीन बरामद की है।
मध निषेध विभाग के अधिकारी प्रेम कुमार के अनुसार यहां नामचिन ब्रांडेड कंपनियों की शराब बनाने के लिए हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिससे शराब की स्ट्रैंथ नापकर उसे असली जैसा तैयार किया जाता था. रॉयल स्टैग, रॉयल ग्रीन, सिग्नेचर, आफ्टर डार्क, ब्लेंडर, एट पीएम, इम्पीरियल ब्लू, ब्लैक डॉग जैसी ब्रांडेड कंपनियों की पूरी पैकिंग व्यवस्था मौके पर मिली है।

मद्य निषेध विभाग के निरीक्षक अजीत कुमार के नेतृत्व में की गई छापेमारी में 53.100 लीटर स्प्रिट, 4.000 लीटर केमिकल, 59.415 लीटर बना हुआ शराब, 1550 खाली बोतल, 2500 ढक्कन, 2000 क्यूआर कोड और 1000 स्टिकर बरामद किए गए हैं. इसके अलावा शराब बनाने की मशीन और पैकिंग से जुड़ी सामग्री भी जब्त की गई है।
निरीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि हाइड्रोमीटर का उपयोग कर नकली शराब को इस तरह तैयार किया जा रहा था कि किसी को शक न हो. केमिकल मिश्रण से बनी इस शराब का सेवन जानलेवा हो सकता था. काफी दिनों से यहां अवैध रूप से फैक्ट्री संचालित की जा रही थी. छापेमारी की भनक लगते ही शराब माफिया मौके से फरार हो गए, जिस कारण किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. जिस कमरे में फैक्ट्री चल रही थी उसे सिलबंद कर दिया गया है. यह पता लगाया जा रहा है कि मकान किसके नाम पर किराए पर लिया गया था और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं।
टीम में निरीक्षक अजीत कुमार के साथ डब्लू कुमार, विनिता कुमारी, एएसआई अजीत पटेल तथा सिपाही अभिजित, प्रदीप, मनवंत और अंकित शामिल थे. मद्य निषेध विभाग ने इसे राजधानी में नकली शराब के खिलाफ बड़ी सफलता बताया है।