नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढी। बीते 21 नवंबर से धान की खरीदगी शुरू हो गई है। लगातार सरकार के द्वारा इसकी मॉनीटरिंग भी की जा रही है एवं लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई हैं। लेकिन मसौढ़ी प्रखंड के बारा पंचायत में अभी तक धान की खरीदारी शुरू नहीं हुई है। ऐसे में किसानों के बीच परेशानी बढ़ गई है, और बिचौलियों के बीच औने पौने दाम में बेचने को विवश है।
बारा पंचायत के रौनीया गांव के किसान धनंजय कुमार, हेमंत कुमार, राजपति सिंह, जितेंद्र सिंह, विकास कुमार, नितेश कुमार, रंजीत एवं मुन्ना कुमार आदि ने बताया कि हम लोग पिछले एक महीने से खलिहान में धान रखकर बेचने के लिए परेशान है और इस इंतजार में हैं कि कब हमारे पैक्स कहीं दूसरे पैक्स के साथ टैग हो और हम धान बेच। लेकिन मसौढी के स्थानीय प्रशासन इस दिशा में कोई भी रुचि नहीं लेते दिख रहे हैं।
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी लाल राजीव रंजन ने बताया कि बारा पंचायत डिफाल्टर हो चुका है इसलिए उसे पैक्स में धान की खरीदगी नहीं होगी। उसका दूसरे पैक्स के साथ टैगिंग होना है। जिसका प्रस्ताव हमने जिला मुख्यालय को भेज दिया है। वही इस पूरे मामले में जिला सहकारिता पदाधिकारी ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही सभी डिफॉल्टर पैक्स को दूसरे पैक्स में टैग किया जाएगा और मिल टैगिग का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। किसी भी किसानों को कोई परेशानी नहीं होगी।