नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल के निर्वाचित सदस्य विकास कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने बिहार में फार्मेसी कर रहे छात्रों से सरकारी अस्पताल में ट्रेनिंग के दौरान 2000 का शुल्क नहीं लेने की मांग की है।
बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल के निर्वाचित सदस्य विकास कुमार सिंह ने कहा है कि डिप्लोमा फार्मेसी कर रहे छात्रों को अंतिम वर्ष में 3 माह का हॉस्पिटल ट्रेनिंग कराया जाता है। वही बैचलर फार्मेसी में भी एक माह का हॉस्पिटल ट्रेनिंग कराया जाता है। सभी राजकीय अस्पतालों/चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पतालों में ये ट्रेनिंग दिया जाता है तथा 2000 रुपए का शुल्क हेल्थ डिपार्टमेंट के पत्रांक संख्या 17/एफ 1-20/2021..183 (17) तथा दिनांक 6/05/2022 के तहत छात्रों से लिया जाता है, जबकि नीतीश कुमार के द्वारा चलाये जा रहे मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना के तहत इंटर्नशिप कर रहे छात्रों को आर्थिक मदद दिया जा रहा है।
ऐसे में श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि सरकारी अस्पतालों में ट्रेनिंग कर रहे छात्रों से लिए जा रहे 2000 शुल्क को खत्म करते हुए मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना से जोड़ कर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान किया जाये।