नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
आरा। बिहार के राज्यपाल मो आरिफ खान ने जय मां काली मंदिर बखोरापुर बड़हरा भोजपुर के मंच से कहा कि मानव सेवा ही ईश्वर की सेवा है। जो भी जीव आत्मा है, उसके प्रति उसका संवेदना होना चाहिए। करुणा की भाव होना चाहिए। अब हमारे जैसा इंसान अगर वह किसी समस्या से ग्रस्त है। पहले हम उन्हें विकलांग कहते हैं, वह विकलांग नहीं है। वह एक चुनौती का सामना कर रहे हैं और समाज कि ये जिम्मेवारी है कि हम उसे चुनौती का उसका सामना कर रहे उन्हें मदद करें। समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिक एडिप/ राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत सहायक उपकरण वितरण समारोह के दौरान कहा कि मैं बीडी सिंह व उनके साथियों को साधुवाद देते हैं कि वास्तव में मंदिर से किसी भी धार्मिक स्थान, पूजा स्थल से प्रेरणा देने का चीज है कि हम दूसरों के लिए सहायक बन सके हैं।
राज्यपाल मो आरिफ खान बखोरापुर मंदिर पहुंचने से पहले मंदिर परिसर के चारो तरफ पुलिस प्रशासन मौजूद था। उनके पहुंचने के बाद मंदिर परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके बाद राज्यपाल ने माता रानी के मंदिर में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना व आरती किया। उसके बाद मंच पर पहुंचने के बाद राष्ट्रगान हुआ उसके पश्चात मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष बीडी सिंह एवं सुनील सिंह गोपाल ने उन्हें माता का मोमेंटो तथा चुनरी देकर उन्हें सम्मानित किया। मंच पर साथ में मंदिर ट्रस्ट के मुख्य सलाहकार लक्ष्मण तिवारी एवं आसरा भोजपुर के डायरेक्टर दीप्ति राघव भी उपस्थित थे।
मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने बताया कि दिव्यांग लोगों को 10 ट्राई साईकिल, 300 व्हीलचेयर, छड़ी एवं अन्य उपकरण समेत 800 लोगों को उपकरण दिए गए। कुल 800 लोगों को जरूरत का सामान देकर उन्हें सम्मानित किया गया। राज्यपाल मंच से नीचे पहुचे दिव्यांग लोगों को बैटरी वाली गाड़ी वितरण किया एवं सभी आए हुए दिव्यांग एवं बुजुर्ग लोगों से मिले।
मौके पर रवि शंकर सिंह, कमल किशोर सिंह, पूर्व मेजर राणा प्रताप सिंह समेत अन्य मौजूद थे।