नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) में बड़े सुधार की घोषणा कर मध्यमवर्गीय परिवारों को बड़ी राहत दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले से न केवल आम लोगों के रोजमर्रा के खर्च घटेंगे बल्कि अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार होगा। वैष्णव ने बताया कि इससे पहले इनकम टैक्स में सुधार कर 12 लाख रुपये तक की आय पर छूट दी गई थी। अब जीएसटी दरों में कमी और सरलीकरण से हर घर तक राहत पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतों से लेकर टीवी, रेफ्रिजरेटर, मोबाइल, पावर बैंक और सोलर पैनल जैसे इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर टैक्स का बोझ कम किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की जीडीपी लगभग 330 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 202 लाख करोड़ खपत का हिस्सा है। यदि जीएसटी सुधार से खपत में 10 प्रतिशत भी वृद्धि होती है तो करीब 20 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त जीडीपी उत्पन्न होगी। इससे न केवल उत्पादन और निवेश में बढ़ोतरी होगी बल्कि रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।
उन्होंने कहा कि मध्यमवर्गीय परिवारों के हाथ में अतिरिक्त बचत जाएगी। यह बचत चाहे सेविंग में लगे, नए सामान की खरीद में खर्च हो या निवेश में, तीनों ही गतिविधियां अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगी और एक “पॉजिटिव साइकिल” शुरू होगी। वैष्णव ने यह भी बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में पिछले 11 वर्षों में उत्पादन 6 गुना और निर्यात 8 गुना बढ़ा है। आज 25 लाख से अधिक लोग इस क्षेत्र में रोजगार पा रहे हैं और मोबाइल फोन से लेकर बैटरी और चिप तक का उत्पादन देश में हो रहा है। सेमीकंडक्टर और एपीआई (फार्मा) मैन्युफैक्चरिंग भी अब भारत में शुरू हो चुकी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी उद्योग संघों ने उपभोक्ताओं तक जीएसटी राहत का सीधा लाभ पहुंचाने का आश्वासन दिया है। वित्त मंत्री ने भी कहा है कि यदि कंपनियां यह लाभ ग्राहकों को नहीं देंगी तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वैष्णव ने जोर देकर कहा कि यह सुधार केवल टैक्स स्ट्रक्चर को सरल बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और आर्थिक वृद्धि की दिशा में एक नया अध्याय है। सरकार और पार्टी जल्द ही चौपालों, जनसभाओं और मीडिया के माध्यम से ग्रामीण और साधारण उपभोक्ताओं तक यह संदेश पहुंचाएगी।