रेस्क्यू कर दर्जनों लोगों को निकाला गया सुरक्षित
नबीनगर/अम्बा। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
नबीनगर में शनिवार की शाम से जारी एवं रविवार की सुबह तक तेज और कभी रुक रूककर हो रही तेज बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त–व्यस्त कर दिया। वहीं पुनपुन नदी ने नबीनगर मे अपना रौद्र रूप दिखाया जिससे पुनपुन नदी के जल स्तर में काफी तेजी से वृद्धि हुई और नदी पर बने कई छोटे छोटे पुलिया पर पुनपुन नदी का तेज बहाव होने के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया।
पुनपुन नदी मे पानी बढ़ने के कारण नबीनगर मे बाढ़ जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया। खेतो खलिहानों मे पानी भर जाने के कारण समुद्र जैसी स्थिति हो गई। चारो तरफ पानी ही पानी। नबीनगर बस स्टैंड के समीप छठ घाट पर बना डायवर्सन पूरी तरह से डूब गया। वहीं पुनपुन का पानी नगर पंचायत कार्यालय के समीप तक भर गया। नगर पंचायत के कई वार्ड जलमग्न हो गए। नगर पंचायत के मंगल बाजार के संघत रोड के गलियों मे पुनपुन नदी का पानी भर गया।
वहीं संगम स्टूडियो के समीप भवानोखाप जाने के लिए पुनपुन नदी पर बने पुल पर पानी भर जाने के कारण आवागमन बंद हो गया। परसिया मे पुनपुन नदी पर बने पुल पर चार फीट से अधिक पानी होने के कारण नगर पंचायत क्षेत्र के बेलाइ, रामपुर, बूढ़ी बांध गांव का संपर्क पूरी तरह से टूट जाने के कारण आम जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है। तेज बारिश से कच्चे के कई घरों को नुकसान पहुंचा है।
इधर मूसलाधार बारिश के कारण कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र के बटाने और बतरे नदी में अचानक आई बाढ़ से आम जनजीवन प्रभावित हो गया। नदी के जलस्तर में वृद्धि से विराज बिगहा गांव में नदी किनारे बसे महादलित समुदाय के दर्जनों लोगों के घर डूब गए। पीड़ितों ने बताया कि जीविकोपार्जन के लिए घर में रखे अनाज और अन्य घरेलू सामग्रियां सहित छोटे पशु पानी की तेज बहाव में बह गए। फिलहाल पीड़ितों ने गांव में शरण ली है और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
घेउरा और धान नेवड़ा गांव के दर्जनों लोग रविवार को बटाने नदी के बीच में फंस गए जिन्हें प्रशासन एवं स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाल गया। नदी में फंसे लोगों ने बताया कि रविवार की सुबह वे लोग फसल देखने नदी के दूसरी तरफ गए हुए थे। वापस लौटने के दौरान नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई जिसके कारण वे लोग नदी के बीच में फंस गए। कुछ लोगों ने तैर कर नदी को पार करना चाह परंतु पानी का बहाव इतना तेज था कि उनकी सांस फूलने लगी तब उन्होंने नदी के बीच पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई।
स्थानीय लोगों द्वारा डायल 112 नंबर पर कॉल कर घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी चंद्र प्रकाश एवं एवं रिसियप थानाध्यक्ष सुनील कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ की टीम को मदद के लिए बुलाया गया। एनडीआरफ की टीम को पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों ने ट्यूब की मदद से लोगों को सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया। नदी में फंसे लोगों में घेउरा गांव के शैलेंद्र पासवान, गोपाल पासवान, अजय पासवान, अवधेश पासवान, अनुज पासवान, नेउरा सूरजमल गांव के पवन राम तथा हरिहरगंज के विकास राम शामिल थे।