नवबिहार टाइम्स संवाददाता
सीवान। एचएमपीवी (ह्यूमन मेटा पनीमो वायरस) से बचाव के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने हेल्थ एडवाइजरी जारी कर दिशा–निर्देश दिया है. हेल्थ एडवाइजरी में बताया गया है कि एचएमपीवी एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है, जिसका लक्षण कोविड़-19 के समान है. राज्य में एचएमपीवी के किसी भी तरह के आउटब्रेक को रोकने के लिये निर्देश दिया गया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस एवं सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी न्यूमोनिया का सर्विलांस सुनिश्चित करते हुए इसको आईएचआईपी पर प्रतिदिन प्रतिवेदित किया जाये।
विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है कि आईएलआई एवं एसएआरआई के ट्रेंड पर लगातार ध्यान रखा जाये और चढ़ाव की स्थिति में सभी स्वास्थ्य संस्थानों में फ्लू कॉर्नर को एक्टिवेट किया जाए. कोविड़-19 से संबंधित ड्रग्स, किट्स, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन एवं मास्क इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश विभाग द्वारा दिया गया है. सभी हेल्थ वर्कस को एचएमपीवी से बचाव के बारे मे प्रशिक्षित करने का भी निर्देश दिया गया है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों में इनफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिस की सघन निगरानी करने का भी निर्देश दिया गया है. अस्पताल में गंभीर रुप से भर्ती एसएआरआई मरीजों के सैंपल एनआईवी पूणे भेजने की बात कही गई है ताकि एचएमपीवी का लैब कंफर्मेशन हो सके।
विगत कई दिनों से चीन के कुछ प्रदेशों में रेस्पिरेटरी सिम्पटम्स वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखा जा रहा है. चीन द्वारा इसे सीजनल इन्फ्लूएंजा माना जा रहा है. वर्ष 2024 में मलेशिया में 327 एमपीवी केस प्रतिवेदित हुए. भारत में दिसम्बर 2024 में एसएआरआई के 714 केस प्रतिवेदित हुए जिसमें 9 मामले लैब टेस्ट में एचएमपीवी पॉजीटिव पाये गये।
एचएमपीवी एक रेस्पिरेटरी वायरस है जो सबसे पहले 2001में नीदरलैंड में पाया गया था. विभाग द्वारा बताया गया है कि एचएमपीवी के संक्रमण के दौरान खांसी, बुखार, नाक बंद होना, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानी हो सकती है. गंभीर मामलों में में लोगों को ब्रोंकाइटिस एवं निमोनिया की शिकायत हो सकती है. एचएमपीवी का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने अथवा छीकने से फैलता है. साथ ही संक्रमित व्यक्ति को छूने, एंव संक्रमित वस्तुओं के मुंह, आंख अथवा नाक के सपर्क होने से फैल सकता है. एचएमपीवी का संक्रमण जाड़े एवं प्रारंभिक बसंत ऋतु में होने के संभावना अधिक है. इसका इनक्यूबेशन पीरियड 3 से 6 दिनों तक होने की बात बताई जा रही है.
एचएमपीवी से बचाव कोविड-19 के समान ही उपाय :
हाथों को साबुन एवं पानी से लगातार धोना.
गंदे हाथो से आंख, नाक अथवा मुंह को नहीं छूना.
संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना।
खांसते एवं छींकते वक्त मुंह को रूमाल से ढकना.
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए वस्तुओं को लगातार साफ करना।
संक्रमण की अवधि में खुद को घर में ही आइसोलेट करना.
छोटे बच्चे, 60 वर्षों से अधिक उम्र वाले व्यक्ति तथा वीक इम्युनिटी वाले व्यक्ति के लिए विशेष ऐहतियात बरतने का सुझाव।