नीतीश कुमार द्वारा बिहार के विकास के लिए गढ़े गए–नए आयामों से सीखें तेजस्वी
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तेजस्वी यादव द्वारा पूछे गए सवालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि तेजस्वी जी पहले अस्तित्व संकट से जूझ रही अपनी पार्टी को बचाने की जुगत लगाएं। क्योंकि लोकसभा चुनाव में राजद की करारी हार के बाद विधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में एक बार फिर उनका सूपड़ा साफ़ हो गया है लेकिन इन परिणामों से सीख लेने के बजाय तेजस्वी लगातार नीतीश कुमार पर सवाल खड़े करते रहने की आदत से मजबूर हैं। श्री प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी जी को पिछले 19 वर्षों में बिहार द्वारा गढ़े गए विकास के आयामों से सीख लेनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि 2005 तक राज्य में बिजली की आपूर्ति 640 मेगावाट थी जो अब बढ़कर लगभग 8000 मेगावाट हो चुकी है। हर घर में बिजली पहुँच चुकी है। राज्य के सुदूर गाँवों तक पीने का पानी उपलब्ध है और पूरा राज्य चमचमाती सड़कों से जुड़ा हुआ है जबकि 2005 तक इस राज्य में सड़क से ज़्यादा उनमें गड्डों की चर्चा होती थी। उन्होंने कहा कि महिलाओं समेत सभी वर्गों का अभूतपूर्व सशक्तिकरण हुआ है।
श्री प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15वीं यात्रा पर जा रहे हैं। उनकी पिछली सभी यात्राओं के दौरान उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जनता से फीडबैक लिया है और यात्रा के पश्चात अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं का जन्म भी हुआ है। श्री प्रसाद ने कहा कि आजतक श्री तेजस्वी का ट्रैक रिकॉर्ड अपनी यात्राओं को अधूरा छोड़ कर निकल जाने का रहा है। अपनी पिछली यात्रा में भी वह बीच से निकल कर दुबई चले गए थे। संवाद एवं यात्राओं को लेकर वह कभी भी गंभीर नहीं रहे हैं और इसीलिए प्रगति यात्रा पर भी वह अपनी खुन्नस निकालने से बाज नहीं आ रहे हैं।