नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद कर्मचारी संघ द्वारा घोषित अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल गुरुवार से शुरू हो जाएगा। इसकी घोषणा व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्रीकांत कुमार ने की है। उन्होंने बताया कि व्यवहार न्यायालय के गेट के समीप सभी न्यायिक कर्मचारी एकजुट होकर अपनी मांगों के समर्थन में धरना शुरू करेंगे।
इस हड़ताल से सम्बंधित ज्ञापन पत्र व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के प्रधान जिला जज राजकुमार वन को दे दी गई है। सभी कोर्ट से सम्बंधित ताले के चाभी भी कार्यलय में सुपुर्द कर दिया गया है। इस हड़ताल में व्यवहार न्यायालय के अंशु लिपिक, लिपिक, बयान लेखक, कार्यालय परिचारी, ड्राइवर, चौकीदार भी समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने वेतन विसंगतिया दुर करना, शत् प्रतिशत अनुकम्पा पर नौकरी, तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का पदोन्नति एवं विशेष न्यायिक कैडर का स्थापना मांग को लेकर हड़ताल किया जा रहा है।
अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि बिहार राज्य में कल से शुरू हो रही न्यायिक कर्मचारीयों की हड़ताल पहली बार राज्य स्तरीय न्यायिक कर्मचारी संघ गठन के बाद हो रही है। इससे सबसे ज्यादा रिमांड और रिलीज कार्य प्रभावित हो सकती है। 164 के बयान भी प्रभावित हो सकती है। सभी कोर्ट में पैरवी कार्य, नियमित और अग्रिम जमानत याचिका प्रभावित हो सकती है। शराब सेवन के अभियुक्त के जुर्माना वसूली कार्य प्रभावित हो सकती है। सभी सिविल और अपराधिक मामले के दाखिला, सुनवाई, गवाही, निर्णय लम्बित रह सकता है। उच्च न्यायालय पटना के किसी आवेदन या वाद में दिया गया आदेश अनुपालन लम्बित रह सकता है। इस हड़ताल से अधिवक्ताओं और मुवक्किलों का कार्य प्रभावित होगी।