नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। महाकाली पूजा समिति जयपुर के प्रांगण में संपूर्ण ग्रामीण जन के सान्निध्य में एक बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता श्रीराम पाण्डेय तथा संचालन अमिताभ कुमार सिंह ‘अमर’ ने किया। बैठक के मूल उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि यज्ञ को शास्त्रों में सर्वश्रेष्ठ कर्म कहा गया है क्योंकि यज्ञ करनेवाले अपने आप में दिव्यात्मा होते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए बैठक में आगामी 10 से 15 अप्रैल 2025 तक भव्य यज्ञानुष्ठान किए जाने का निर्णय लिया गया। उक्त यज्ञानुष्ठान का नाम “श्री शत्रुंजय शतचंडी महायज्ञ होगा।” बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि उपरोक्त महायज्ञ काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी के प्रधान अर्चक डॉ श्रीदेव मिश्र के आचार्यत्व में सम्पन्न होगा।
महायज्ञ को सुचारू रूप से संचालन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया जिसमें सर्वसम्मति से श्रीराम पाण्डेय को अध्यक्ष, संतोष कुमार सिंह को उपाध्यक्ष, नरेंद्र कुमार सिंह को महामंत्री, अखिलेश्वर प्रसाद सिंह को सचिव, प्रमोद कुमार सिंह एवं अमरंजय पाण्डेय को उपसचिव, अशोक पाण्डेय को यज्ञ मंत्री, हरेंद्र कुमार सिंह को कोषाध्यक्ष, रामानुज सिंह को उप कोषाध्यक्ष, भानु प्रताप सिंह को सह कोषाध्यक्ष, धनंजय जयपुरी एवं मनोज कुमार सिंह को मंच संचालक मनोनीत किया गया।
उपर्युक्त लोगों के अलावा समिति में जिन अन्य लोगों को शामिल किया गया उनमें राधेश्याम पाण्डेय, सत्येंद्र सिंह, बिट्टू सिंह, दीपक चौधरी, रमेश चौधरी, संजीत सिंह, रजनीश पाण्डेय, दुग्धेश्वर सिंह, रणजीत सिंह, राजू पाण्डेय, दिलकेश पासवान, विजय पासवान आदि प्रमुख हैं।