आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल जैसे नवाचारी विषयों में दक्ष बनें बिहार के युवा : दीपक आनन्द
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। विश्व युवा कौशल दिवस–2025 के अवसर पर बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा पटना स्थित दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसका विधिवत उद्घाटन श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह और विभाग के सचिव-सह-सीईओ, बिहार कौशल विकास मिशन दीपक आनन्द के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर श्रम संसाधन विभाग के विशेष सचिव आलोक कुमार, श्रमायुक्त-सह-एसीईओ बिहार कौशल विकास मिशन राजेश भारती, निदेशालय नियोजन एवं प्रशिक्षण के निदेशक सुनील कुमार यादव और बिहार कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक मनीष शंकर सहित अन्य पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
अपने संबोधन में मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि कौशल प्रशिक्षण के इस युग में विश्व युवा कौशल दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं रह गया है, बल्कि यह हमारे युवाओं के कौशल, आत्मनिर्भरता और पहचान का प्रतीक बन चुका है। यह केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि बिहार और देश के युवाओं की संभावनाओं को रेखांकित करने का एक सशक्त मंच है। इसका श्रेय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है, जिनके मार्गदर्शन में हम एक विकसित बिहार और आत्मनिर्भर भारत की ओर तेज़ी से अग्रसर हैं। आज जरूरत है कि हम पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी, डिजिटल और रोजगारोन्मुखी कौशल को भी प्राथमिकता दें, ताकि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में हमारे युवाओं की पहचान बने।
उन्होंने कहा कि टाटा समूह के सहयोग से बन रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, ITI संस्थान और कुशल युवा कार्यक्रम जैसी योजनाएं इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही हैं। आज हमारे पास वह क्षमता है कि हम आने वाले 5 वर्षों में 1 करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ सकें। इसकी स्वीकृति आज मंत्रिपरिषद से मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मिली। उन्होंने कहा कि बिहार में इंडस्ट्री आधारित प्रशिक्षण, कृषि और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने की जरूरत है। “ब्रोकेन राइस” जैसे सामान्य उत्पाद से भी यदि सही दृष्टिकोण और मार्केटिंग की जाए, तो वह वैश्विक ब्रांड बन सकता है – यह सोच ही बिहार की शक्ति है। हमारी सरकार “मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना” और “प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना” के माध्यम से युवाओं को स्टाइपेंड के साथ ट्रेनिंग और रोजगार का अवसर दे रही है। उन्होंने ड्रोन तकनीक, एग्रीटेक, रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में बिहार के युवाओं को तैयार करने की आवश्यकता है।
सचिव दीपक आनन्द ने कहा कि हम विश्व युवा कौशल दिवस 2025 को “AI और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण” के उद्देश्य से मनाने के लिए एकजुट हुए हैं। आज यह बेहद प्रासंगिक और समय की मांग के अनुरूप है। तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब केवल एक विशेष क्षेत्र नहीं, बल्कि हर व्यवसाय, सेवा और उद्योग का हिस्सा बन चुका है। ऐसे में यह अनिवार्य हो जाता है कि हमारे युवा सिर्फ परंपरागत शिक्षा के अलावा, बल्कि आधुनिक, बाजार-उन्मुख और डिजिटल कौशल से भी युक्त हों। आज का युग इंडस्ट्री 4.0 का है, जहाँ पारंपरिक प्रशिक्षण की जगह अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल मार्केटिंग जैसे उन्नत तकनीकी विषयों ने ले ली है। बिहार सरकार का उद्देश्य है कि युवाओं को इन नवाचारी विषयों में दक्ष बनाकर उन्हें न केवल रोजगार योग्य बनाया जाए, बल्कि उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार किया जाए।
उक्त अवसर पर विभाग के मंत्री और सचिव के द्वारा विगत 10-15 जुलाई तक आयोजित मेगा जॉब फेयर–2025 में चयनित युवाओं को ऑफर लेटर प्रदान करना सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि रही। इसके तहत नालंदा के रोहित कुमार गुप्ता को AIESH कंपनी में 24 लाख रुपये सालाना के सर्वाधिक पैकेज के साथ जापान में नौकरी मिली, जो बिहार कौशल विकास मिशन की कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रणाली की सफलता और दूरदृष्टि का सशक्त प्रमाण है। इस जॉब फेयर में 60 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन दिया, जिसमें 10 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के साक्षात्कार के बाद 4000 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन नौकरी के लिए किया गया। इनमें रोहित के अलावा AIESH में खगड़िया के राजकुमार को 12 लाख (जॉब लोकेशन दुबई), पटना के रिहान को 11 लाख 31 हजार (जॉब लोकेशन दुबई), पटना की मुस्कान कुमारी को 11 लाख 31 हजार (जॉब लोकेशन दुबई) और पटना के रिहान को 11 लाख 31 हजार (जॉब लोकेशन दुबई), लखीसराय के सुमन कुमार को 11 लाख 31 हजार (जॉब लोकेशन दुबई) के पैकज पर चयनित किया गया और ऑफर लेटर प्रदान किया गया।
इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान मंत्री और सचिव के द्वारा निदेशालय, नियोजन एवं प्रशिक्षण (DET) के केंद्रीकृत पोर्टल https://det.bihar.gov.in/index.html का शुभारंभ किया गया, जिसका उद्देश्य सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के द्वारा बिहार में प्रत्येक युवा को उच्च गुणवत्ता वाली व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा के माध्यम से सशक्त किया जाना और कौशल विकास के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान बनना तथा छात्रों को व्यावहारिक विशेषज्ञता व नवाचारपूर्ण दृष्टिकोण से लैस करना, जिससे वे विभिन्न उद्योगों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। वहीं, राज्य स्तरीय कौशल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पंजीयन हेतु QR कोड का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम के दौरान बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा दो प्रमुख एमओयू हस्ताक्षरित किए गए — पहला स्विंग स्टेटर (इंडिया) प्रा. लि. के साथ और दूसरा लवली क्रिएशन के साथ, जो मधुबनी पेंटिंग और स्थानीय कला को प्रोत्साहन देने हेतु किया गया। यह पहल न केवल युवाओं को स्थानीय संसाधनों के जरिए रोजगार उपलब्ध कराएगी, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को भी वैश्विक मंच प्रदान करेगी। कार्यक्रम के अंत में मंत्री, सचिव एवं सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा “कौशल रथ” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ राज्य भर में जागरूकता अभियान चलाएगा और युवाओं को कुशल युवा कार्यक्रम सहित अन्य प्रमुख कोर्सों की जानकारी प्रदान करेगा। इस भव्य आयोजन के दौरान सभी अधिकारियों और उपस्थित अतिथियों ने एक सामूहिक संकल्प लिया कि बिहार के युवाओं को आधुनिक तकनीकी ज्ञान और नवीनतम उद्योग कौशल से सशक्त बनाया जाएगा। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्रमायुक्त-सह-एसीईओ बिहार कौशल विकास मिशन राजेश भारती और धन्यवाद ज्ञापन बिहार कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक मनीष शंकर द्वारा किया गया।