खादी के वस्त्रों पर गाँधी जयंती के मौके पर 25% की छूट
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। औरंगाबाद में खादी ग्रामोद्योग ने स्वरोजगार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं तथा हजारों परिवारों के लिए रोजी-रोटी की व्यवस्था की है लेकिन अब जरूरत है कि खादी ग्रामोद्योग को बचाने के लिए और इसकी पुरानी प्रतिष्ठा स्थापित करने के लिए केंद्र तथा बिहार सरकार आगे आए तथा सहयोग प्रदान करें ताकि यह संस्था अपनी खोई हुई पहचान को वापस पा सके. यह बात खादी ग्रामोद्योग समिति के पूर्व जिलाध्यक्ष सह जेपी सेनानी अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहीं।
उन्होंने कहा कि शहर के रमेश चौक स्थित खादी ग्रामोद्योग भंडार जो लोकनायक जयप्रकाश नारायण के द्वारा स्थापित संस्था ग्राम निर्माण मंडल द्वारा संचालित है, खादी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यहां प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर जो बिक्री होती है वह पूरे बिहार में प्रथम स्थान रखती है. उन्होंने बताया कि लगभग 2 दशकों से लगातार यह उपलब्धि हासिल होती आ रही है और हमने स्थानीय लोगों के बीच इस भावना को विकसित किया कि जिस प्रकार धनतेरस के दिन धार्मिक भावना से कोई न कोई बर्तन खरीदते हैं उसी प्रकार वैचारिक भावनाओं से 2 अक्टूबर को खादी वस्त्र अवश्य खरीदे जाएं. उन्होंने बताया कि इसका बहुत अच्छा असर पड़ा और जो आज भी गांधी जयंती पर खादी की खरीद में देखने को मिलता है।
उत्पादन के क्षेत्र में भी औरंगाबाद का बिहार में पहला स्थान रहा है. ओबरा, जम्होर, नवीनगर में कंबल उत्पादन, दाउदनगर, हसपुरा गोह में सूती खादी का उत्पादन का पूरे बिहार में खादी क्षेत्र में कोई मुकाबला नहीं है. लेकिन आज संस्था की आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण बुनकर और सूतकारों के पारिश्रमिक का भुगतान नहीं हो पा रहा है. दयनीय स्थिति के कारण कच्चे माल का अभाव है. इस पर सैकड़ो कार्यकर्ताओं तथा हजारों कामगारों का जीवन आश्रित हैं जिन्हें इन परिस्थितियों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और अब इस मोड़ पर इस संस्था को और खादी को केंद्र तथा राज्य सरकार की मदद की आवश्यकता है।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि इस बार गांधी जयंती 2 अक्टूबर को है जो विजयादशमी भी है. खादी भंडार के व्यवस्थापक मोहन पांडे ने बताया कि विजयादशमी यानी 2 अक्टूबर के दिन भी खादी भंडार दिनभर खुला रहेगा और खादी खरीद अभियान के लिए खादी प्रेमियों का सहयोग अपेक्षित है. उन्होंने अपील की कि जिस तरह से लोगों ने विगत वर्षों में खादी खरीद कर इस संस्था का सम्मान बढ़ाया इस बार भी सभी लोग इस संस्था को सहयोग करेंगे. गांधी जयंती के अवसर पर सभी खादी वस्त्रों पर 25% की छूट दी जाएगी. संस्था के प्रधान कार्यालय के मंत्री सुनील कुमार तथा जिला मंत्री शालिग्राम मंडल ने बताया कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती को ध्यान में रखते हुए खादी का पूरा जुटान किया गया है. उस दिन अधिक से अधिक खादी वस्त्र खरीद कर बुनकर और सूत्कारों के पारिश्रमिक भुगतान में सहायक बने तथा खादी कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद रखें।