नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। लॉर्ड बुद्धा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ स्कूल में शिक्षक दिवस का भव्य आयोजन बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में शिक्षकों और बाकी मेहमानों का स्वागत उपहार देकर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी और लॉर्ड बुद्धा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ स्कूल्स के संस्थापक शंत शर्मा उपस्थित रहे।
विद्यालय के चेयरमैन डॉ. धनंजय कुमार ने कहा कि बच्चे समाज का अमूल्य धरोहर हैं। माता-पिता बच्चों को जन्म देते हैं, लेकिन गुरु ही उन्हें सही आकार और दिशा प्रदान करता है। उन्होंने शिक्षकों को निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी और कहा कि गुरु वही है जो बच्चों के भीतर से अज्ञान को दूर करे।
मैनेजिंग डायरेक्टर सर्वेश कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के बच्चे बहुत अनुभवी हो रहे हैं। उन्हें केवल पढ़ाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि ज्ञान और हुनर से भी लैस करना जरूरी है। शिक्षक को कागज का फूल नहीं बल्कि कमल का फूल बनना होगा।
प्राचार्य अमित कुमार सोनी ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक होगा जब उसमें मानवीय मूल्यों और व्यावहारिक जीवन कौशल का समावेश हो। प्रबंधन टीम के सदस्य इन्द्र कुमार, राकेश कुमार, रौशन कुमार झा, अमर कुमार, पंकज कुमार भी उपस्थित रहे और सभी ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम का संचालन संजित कुमार ने अत्यंत कुशलता और प्रभावी ढंग से किया।
इस अवसर पर रामनाथ शर्मा, आर.के. सिंह, संजय शर्मा, अवधेश शर्मा सहित कई अतिथि मौजूद रहे।