नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढ़ी। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर तमाम मंदिरों में भगवान विष्णु की आराधना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिरों में जुटे लोग अनंत चतुर्दशी की कथा सुन भगवान अनंत के जयकारे लगाते हुए व्रत रखकर, भगवान विष्णु को अनंत सूत्र बांधकर पूजा अर्चना करते नजर आ रहे थे।
बताया जाता है कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को यह व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. इस व्रत को धारण करने से व्यक्ति भगवान विष्णु के लोक को प्राप्त होता है जिसका कोई अंत ना हो यानी अनंत भगवान विष्णु को कहा जाता है। कथा सुनकर अनंत के धागे को स्त्री बाएं हाथ में और पुरुष दाएं हाथ में पहनते हैं। ये भी कहा जाता है कि इस व्रत को करने से पूर्व जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं. इसी पर्व को लेकर लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा था।
श्रीराम जानकी ठाकुरवाड़ी मसौढी के मुख्य पुजारी गोपाल पांडे ने बताया कि यह भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना, भगवान गणेश का विसर्जन और सुख-समृद्धि व मोक्ष की प्राप्ति के लिए एक धार्मिक पर्व है। अनंत कथा के पश्चात इस दिन 14 गांठों वाला अनंत सूत्र बांधा जाता है। शुद्ध और सात्विक मन के साथ रक्षा सूत्र बांधे। अगले 15 दिनों तक शुद्ध और सात्विक जीवन यापन करें, यह काफी पुण्यदायी होगा।