मगध विश्वविद्यालय में ‘काउंसलिंग सेंटर – सारथी’ का उद्घाटन
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
बोधगया। मगध विश्वविद्यालय में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और समग्र विकास के उद्देश्य से स्थापित “काउंसलिंग सेंटर – सारथी” का भव्य उद्घाटन किया गया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के काउंसलिंग सेल और स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग द्वारा आईक्यूएसी के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति शशि प्रताप शाही ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव विपिन कुमार, कुलानुशासक उपेंद्र कुमार, समाज विज्ञान संकायाध्यक्ष आर. एस. जमुआर, दीपक कुमार, आईक्यूएसी समन्वयक मुकेश कुमार, विनोद कुमार यादवेन्दु और बी. पी. नलिन सहित कई प्रख्यात शिक्षकों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और विश्वविद्यालय कुलगीत से हुई। इसके बाद काउंसलिंग सेल की चेयरपर्सन मीनाक्षी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। कुलसचिव विपिन कुमार ने कहा कि यह केंद्र विद्यार्थियों को मानसिक मजबूती देने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करेगा। मुकेश कुमार ने कहा कि आज मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना समय की आवश्यकता है, और इस तरह के केंद्र नैक के मानकों की पूर्ति में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
इस मौके पर कुलपति शशि प्रताप शाही ने “नई शिक्षा नीति 2020 : शिक्षा से स्वरोजगार तक” विषय पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने नई शिक्षा नीति को शिक्षा के पारंपरिक ढांचे से आगे बढ़कर नवाचार, कौशल विकास और उद्यमिता की दिशा में उठाया गया क्रांतिकारी कदम बताया। उनका कहना था कि आज के युवा केवल नौकरी तलाशने की बजाय रोजगार सृजक बनने की क्षमता विकसित करें और अपनी रचनात्मकता व सामाजिक जिम्मेदारी को पहचानें। उन्होंने ‘सारथी’ केंद्र की स्थापना को एक दूरदर्शी पहल बताया, जो छात्रों को मनोवैज्ञानिक परामर्श, करियर मार्गदर्शन, वैयक्तिक विकास और भावनात्मक मजबूती प्रदान करेगा। धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष सुनीति सुमन ने किया।
उन्होंने कहा कि यह केंद्र छात्रों के मानसिक, शैक्षणिक और सामाजिक विकास का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा और उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर मजबूती से आगे बढ़ाएगा। कार्यक्रम में विभाग के शिक्षकगण — सुप्रीति सुमन, हिमालय तिवारी, प्रगति चतुर्वेदी और काउंसलिंग सेल के सदस्य — कविता कुमारी, प्रियंका सिंह, श्वेता गोयल, मुस्सरत जहाँ, जियाउल्लाह, रेनू रानी, अमित कुमार, तरन्नुम जहां, अल्का मिश्रा, राहुल सिंह, जन्मेजय सिंह और वंदना कुमारी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी प्रसाद ने किया। ‘सारथी’ केंद्र को विश्वविद्यालय में एक समसामयिक, प्रभावशाली और दीर्घकालिक पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।