280 करोड़ की योजना को मंत्रिपरिषद की स्वीकृति, पहला चरण 2025-26 से शुरू
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। बिहार सरकार ने प्रदेश के युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष और रोजगारोन्मुखी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि प्रत्येक प्रमंडलीय मुख्यालय में एक-एक मेगा स्किल सेंटर की स्थापना की जाएगी, जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति आज मंत्रिपरिषद की बैठक में दी गई। योजना के प्रथम चरण में 9 प्रमंडलीय जिलों में 280.87 करोड़ रुपये की लागत से यह केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनका संचालन सरकारी, निजी व औद्योगिक संस्थानों के सहयोग से किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि ये केंद्र युवाओं को आधुनिक और उद्योगोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षण देकर उन्हें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि “सात निश्चय पार्ट-2” के तहत चलाई जा रही इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य युवाओं को न केवल प्रशिक्षित करना है, बल्कि उन्हें रोजगार से जोड़ना भी है। इससे न सिर्फ राज्य में कुशल मानव संसाधन का विकास होगा, बल्कि युवाओं का पलायन भी रुकेगा।
विभागीय सचिव दीपक आनन्द ने बताया कि इन केंद्रों के माध्यम से युवाओं को बाजार की मांग के अनुरूप तकनीकी प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और नौकरी से जोड़ने की समग्र व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने इसे बिहार के कौशल विकास क्षेत्र में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य युवा पीढ़ी की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ सामाजिक परिवर्तन लाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क होगा और गुणवत्तापूर्ण होगा। यह योजना बिहार को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है, जिससे राज्य के युवाओं को अपने ही प्रदेश में सम्मानजनक रोजगार मिल सकेगा और औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी।