नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। औरंगाबाद जिले के कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से पिछले दो बार से लगातार विधायक रह रहे राजेश राम को कांग्रेस पार्टी ने बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। यह जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी। राजेश राम अनुसूचित जाति से आते हैं और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते हैं। राजेश राम के पिता दिलकेश्वर राम का बिहार की राजनीति में खासा दबदबा रहा था और वह देव तथा ओबरा विधानसभा क्षेत्र से कई बार विधायक रहे तथा बिहार सरकार में कई दशकों तक विभिन्न विभागों के मंत्री रहे जिनमें स्वास्थ्य एवं पशुपालन आदि भी शामिल है।
राजेश राम की चर्चा लंबे समय से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में हो रही थी और वह पार्टी के प्रमुख अनुसूचित जाति चेहरे हैं। वह कांग्रेस की अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। इस प्रकार उन्हें विधान मंडलों का और संगठन का भी लंबा अनुभव हासिल है। उन्हें अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने अनुसूचित जाति जनजाति के बड़े वोट बैंक को भी अपने साथ लाने की कोशिश की है जो 80 के दशक तक उसका परंपरागत वोट बैंक था। इसे कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है तथा हाल की कांग्रेस की बढ़ी हुई सक्रियता के क्रम में भी इसे देखा जा रहा है।