अम्बा। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मोहर्रम जुलूस के दौरान बुधवार की रात्रि दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें दोनों समुदाय के लगभग दर्जनों लोगों को गंभीर चोटें आई है। यह घटना महाराजगंज (बिहार) और हरिहरगंज (झारखंड) की सीमा पर स्थित अररुआ चौक के समीप की है। दोनों समुदाय के लोग विवाद की अलग-अलग वजह बता रहे हैं।
अल्पसंख्यक समुदाय का कहना है कि मंगलवार को छोटी चौकी के दिन दूसरे पक्ष की महिलाओं के द्वारा गाली गलौज किया गया था। पहलाम के दौरान बुधवार की रात्रि 9:30 बजे विवाद भड़क उठा और दोनों समुदायों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी की। वहीं दूसरे समुदाय के लोगों ने बताया कि किसी अनजान शख्स के द्वारा कब्रिस्तान के समीप ट्यूबलाइट तोड़े जाने की घटना को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग कुंठित थे। उन्हें ऐसा संदेह था कि दूसरे समुदाय के लोगों के द्वारा जानबूझकर ट्यूबलाइट को तोड़ा गया है।
दूसरे समुदाय के लोगों ने बताया की जुलूस के समाप्ति के पश्चात जब सभी लोग वापस लौट गए, तब अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने योजना बनाकर उन पर पथराव किया और जो लोग घर के बाहर पकड़े गए उनके साथ मारपीट की। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने सख्त निर्देश दे रखा था कि जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के लोग घर के अंदर रहेंगे। जिसके कारण अधिकांश लोग दरवाजा बंद कर घर के अंदर बैठे थे।
दूसरे पक्ष के लोग अल्पसंख्यक समुदाय के द्वारा बम और गोली चलाए जाने की बात कह रहे हैं परंतु प्रशासन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। प्रशासन ने गोली और बम की बात को प्लांट बताया है। हरिहरगंज और कुटुंबा थाना की पहल पर दोनों समुदाय के लोगों के बीच सुलह कराई गई। परंतु मौजूदा हालात को देखते हुए पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है।