नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढ़ी। मसौढ़ी में मुहर्रम अकीदत के साथ मनाया गया जहां मसौढ़ी अनुमंडल में कुल 46 जगहों पर पुलिस मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी, तकरीबन 200 से अधिक पुलिस लाठी बल एवं ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई थी। मसौढ़ी शहर में आठ जगहों से जुलूस निकाला गया। इसके अलावा मसौढ़ी धनरूआ एवं पुनपुन प्रखंड में जोश खरोश के साथ या हुसैन के नारों के साथ ताजिया जुलूस में भारी भरकम भीड़ देखी गई, सबसे ज्यादा भीड़ मसौढ़ी शहर में देखी गई जहां पर विभिन्न मोहल्ले से 8 ताजिया जुलूस निकाला गया।
मसौढ़ी के पुरानी बाजार सदर अखाड़े की ओर से ताजिया जुलूस आकर्षण का केंद्र रहा, वहीं हुसैनाबाद का ताजिया जुलूस, रहमतगंज, कश्मीरगंज के साथ ताजिया जुलूस के साथ शहर में निकल गया। इस बीच कई चौक चौराहे पर लाठी खेल कर करतब भी दिखाए गए, सदर अखाड़ा के खलिफा छोटू एराकी, निसार अहमद मो. आरफराज साहिल ने कहा कि हजरत हुसैन की शहादत की याद ताजा करते हैं और अपने जीवन में सत्य को उतारने का अहद करते हैं. मुहर्रम पूरी मानवता के लिए एक आदर्श कायम करता है, जहां भी अत्याचार, नाइंसाफी, हकतल्फी होती है, वहां हजरत हुसैन की शहादत असहाय और दुर्बलों को अमानवीय व्यवहारों से मुकाबला करने का साहस प्रदान करता है।
जब तक दुनिया में अत्याचार, अधर्म और असत्य रहेगा, उस वक्त तक मुहर्रम की प्रासंगिकता बरकरार रहेगी.मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन को मातम और शोक के रूप में मनाते हैं.। मौके पर एसडीएम अभिषेक कुमार, डीएसपी नभ वैभव बीडीओ, सीओ समेत सभी दंडाधिकारी सड़कों पर निगरानी करते दिखे, एसडीएम ने कहा कि हर चौक चौराहे पर पुलिस मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, इसके अलावा डीएसपी ने कहा कि शांति सौहार्द के साथ मोहर्रम पर्व मनाने की अपील की गई है।
मौके पर वार्ड पार्षद शंभू सिंह गुलाबस वार्ड पार्षद उज्जवल, मुन्ना मांझी, नुतन पासवान, पालटन सिंह, लालमोहन सिंह के अलावा सभी सादर अखाड़े की टीम शामिल रही।