नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। उदयपुर स्थित नारायण सेवा संस्थान द्वारा पटना के दानापुर में आयोजित नारायण लिम्ब एवं कैलिपर्स फिटमेंट शिविर में शनिवार को एक नई मिसाल कायम हुई, जब 470 दिव्यांगजनों को उच्च गुणवत्ता के कृत्रिम अंग व कैलिपर्स लगाए गए। इस सेवा के माध्यम से न केवल उन्हें चलने-फिरने की स्वतंत्रता मिली, बल्कि आत्मविश्वास व आत्मनिर्भरता की भावना का नव संचार भी हुआ।
इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मुख्य अतिथि के रूप में शिविर का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। दिव्यांगजनों से स्नेहपूर्वक संवाद करते हुए उन्होंने कहा, “भारत की सेवा संस्कृति अमर है। नारायण सेवा संस्थान इस संस्कृति को साकार कर रहा है, जो नर में नारायण देखकर सेवा कर रहा है। नारायण सेवा संस्थान दिव्यांगों को न केवल चलना सिखा रहा, बल्कि उन्हें जीने की उम्मीद भी दे रहा है। संस्थान दिव्यांगजनों को सशक्त बनाकर उनके खोये आत्मविश्वास को लौटा रहा है – यह कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है। राज्यपाल ने संस्थान को हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।
शिविर में संस्थान ट्रस्टी-निदेशक देवेंद्र चौबीसा सहित बिहार भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं दीघा विधायक डॉ. संजीव चौरसिया, पद्मश्री विमल जैन, एवं समाजसेवी विजय जैन विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन रहे। देवेन्द्र चौबीसा ने अतिथियों का पारंपरिक मेवाड़ी पद्धति से स्वागत करते हुए बताया कि “9 मार्च को आयोजित पूर्व-जांच शिविर में 1100 से अधिक दिव्यांगों का परीक्षण किया गया था, जिनमें से 470 का चयन कृत्रिम अंगों के लिए किया गया। आज उन्हें यह उपहार सौंपा गया।” शिविर में अपर व लोअर लिम्ब, मल्टीपल कृत्रिम अंग एवं जर्मन टेक्नोलॉजी आधारित कैलिपर्स लगाए गए। लाभार्थियों ने उत्साहपूर्वक अंग पहनकर मार्च पास्ट भी किया, जिससे उनकी आत्मशक्ति झलकती रही।
डॉ. संजीव चौरसिया ने कहा, “यह प्रयास उन आर्थिक रूप से कमजोर दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है जो दुर्घटनाओं या जन्मजात स्थितियों के कारण सामान्य जीवन से वंचित हो गए थे।” उन्होंने संस्थान की 50 सदस्यीय तकनीकी टीम की सराहना की, जिसने शिविर की पूरी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न किया।