जिलाधिकारी ने गेट स्कूल तथा अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय का किया औचक निरीक्षण
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। आज जिलाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री ने जिले के शिक्षण संस्थानों की शैक्षणिक गुणवत्ता, उपस्थिति व्यवस्था तथा समग्र अनुशासन की स्थिति का आंकलन करने हेतु गेट स्कूल औरंगाबाद तथा अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय औरंगाबाद का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा दोनों विद्यालयों में अटेंडेंस रजिस्टर, नामांकन विवरण, शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षाओं में चल रहे शिक्षण कार्य तथा विद्यालय से संबंधित अन्य अभिलेखों की भी गहन जांच की गई, जिसके आधार पर कई महत्वपूर्ण निर्देश विद्यालय प्रशासन को दिए गए।

गेट स्कूल औरंगाबाद में निरीक्षण के दौरान छात्रों की अत्यंत कम उपस्थिति पाए जाने पर जिला पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापक से कठोर शब्दों में जवाब तलब किया और उपस्थिति में सुधार के लिए दैनिक समीक्षा की व्यवस्था करने को कहा। विद्यालय में छात्राओं के वास्तविक नामांकन की तुलना में अत्यधिक संख्या में शिक्षकों की उपलब्धता पाए जाने पर डीपीओ स्थापना से विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।

अनुग्रह कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय औरंगाबाद के निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी विभिन्न कक्षाओं में पहुँचे और छात्राओं की पढ़ाई, शिक्षण पद्धति तथा कक्षा-कक्ष की स्थिति का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। कक्षा 11वीं में छात्राओं की उपस्थिति संतोषजनक पाई गई, किंतु कक्षाओं में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं कमरों में पेंट न होने पर उन्होंने प्रधानाध्यापक के प्रति कड़ा असंतोष जताया तथा सभी कक्षा-कक्षों को सुव्यवस्थित कर आवश्यक सुविधाएँ तत्परता से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

विद्यालय परिसर में निर्माणाधीन भवन और शौचालयों के चलते फैली अव्यवस्था, गंदगी और असुरक्षित वातावरण की स्थिति पर जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया कि निर्माण एजेंसी और विद्यालय प्रशासन संयुक्त रूप से परिसर की साफ-सफाई, सुरक्षा तथा सुचारु शिक्षण वातावरण सुनिश्चित करें ताकि छात्राओं के अध्ययन में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो।
जिलाधिकारी ने दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षण व्यवस्था में सुधार, उपस्थिति बढ़ाने, आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, परिसर की स्वच्छता और शैक्षणिक अनुशासन को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित मानकों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं पर आगे भी निरंतर निगरानी रखी जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।