एक लाख से अधिक के जमा–निकासी का प्रतिवेदन सभी शाखा प्रबंधक कार्यालय में करेंगे समर्पित
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने सभी अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व के सफल आयोजन में सभी विभागों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप निर्वाचन अवधि में वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और विधि-व्यवस्था को बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री शास्त्री शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के सफल, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी संचालन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से समाहरणालय सभाकक्ष में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में उन्होंने अग्रणी बैंक प्रबंधक एवं सभी शाखा प्रबंधकों को निर्देशित किया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान होने वाले सभी वित्तीय लेन-देन पर सतर्क निगरानी रखें। किसी भी अभ्यर्थी, राजनीतिक दल या उनके प्रतिनिधियों द्वारा असामान्य रूप से बड़ी राशि के निकासी, जमा या अंतरण की जानकारी प्राप्त होने पर उसे तुरंत निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग के नोडल पदाधिकारी को अवगत कराएं ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी शाखा प्रबंधकों को निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन किए गए संदिग्ध जमा एवं निकासी से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन प्रतिदिन अग्रणी बैंक प्रबंधक कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए और अग्रणी बैंक प्रबंधक इसकी समीक्षा करते हुए नोडल पदाधिकारी निर्वाचन व्यय लेखा कोषांग को इसकी प्रतिदिन सूचना देंगे। इसके लिए एक पैरामीटर निर्धारित किया गया।
राज्य कर संयुक्त आयुक्त सह नोडल पदाधिकारी निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग रवि रंजन आलोक ने बताया कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी के द्वारा प्राप्त निर्देश के आलोक में 100000 से अधिक के जमा एवं निकासी से संबंधित प्रतिदिन का प्रतिवेदन सभी शाखा प्रबंधक अपने अग्रणी बैंक प्रबंधक कार्यालय में समर्पित करेंगे। अग्रणी बैंक प्रबंधक औरंगाबाद इसकी समीक्षा करते हुए इसकी प्रतिदिन सूचना नोडल पदाधिकारी निर्वाचन व्यय लेखा कोषांग औरंगाबाद को देंगे। सभी बैंकर्स को यह भी निर्देश दिया गया कि वैसे खाता जिनका जमा एवं निकासी काफी लंबे समय से नहीं हुआ हो तथा संबंधित खातेदार अचानक उस खाता के माध्यम से संदिग्ध राशि जमा या निकासी करता है। उस स्थिति को संदिग्ध मानते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
सहायक नोडल पदाधिकारी ज्ञानी दास एवं गुंजन कुमार ने बताया कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी कहा कि बैंक अपने स्तर पर एक निगरानी तंत्र विकसित करें जो संदिग्ध खातों या असामान्य लेन-देन पर विशेष ध्यान दे। यदि किसी भी बैंक शाखा को किसी खाते में संदिग्ध गतिविधि या असामान्य धन प्रवाह की जानकारी मिलती है, तो तत्काल प्रशासन को इसकी सूचना दें।
बैठक में इंस्पेक्टर रेलवे सुरक्षा बल को निर्वाचन अवधि में रेलवे परिसरों, सवारी गाड़ी एवं एक्सप्रेस मेल रेलगाड़ी आदि की सघन जांच, प्लेटफॉर्मों, टिकट काउंटरों और यात्री गाड़ियों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का निर्देश दिया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि रेलवे परिसरों में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि, अवैध नकद परिवहन या निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले किसी भी तत्व पर तत्काल कार्रवाई की जाए और इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन एवं निर्वाचन व्यय लेखा कोषांग को दी जाए।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता सर्वोपरि है और इसे सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन व्यय अनुश्रवण प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए सभी बैंक अधिकारी, रेलवे अधिकारी और प्रशासनिक पदाधिकारी आपसी सहयोग से कार्य करें ताकि किसी भी प्रकार की वित्तीय या सुरक्षा संबंधी त्रुटि की संभावना न रहे।
मौके पर राज्य कर उपायुक्त संतोष कुमार, राज्य कर सहायक आयुक्त अनामिका कुमारी, अग्रणी बैंक प्रबंधक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, यूको बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक तथा रेलवे सुरक्षा बल के पदाधिकारी मौजूद रहे।
 
					 
					 
		 
		 
		 
			 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		