उत्तर कोयल नहर जलाशय परियोजना से जुड़े भूमि रैयतीकरण से संबंधित प्रतिवेदन पर हुआ विचार
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। आज समाहरणालय, औरंगाबाद के सभाकक्ष में जिलाधिकारी श्रीकान्त शास्त्री की अध्यक्षता में राजस्व संबंधित कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में चल रही विभिन्न राजस्व गतिविधियों की प्रगति का मूल्यांकन करना एवं लंबित कार्यों के त्वरित निष्पादन हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश प्रदान करना था।
बैठक के प्रारंभ में जिलाधिकारी द्वारा गैरमजरुआ मालिक भूमि के रैयतीकरण से संबंधित जिला के सभी अंचलों द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन का विस्तृत अवलोकन किया गया। भारतमाला परियोजना, SH-101, NH-98, NH-2 एवं रेल विकास निगम लिमिटेड अंतर्गत भेजे गए अभिलेखों की समीक्षा में पाया गया कि कुल 756 अभिलेख (92.39 एकड़) में से 682 अभिलेख (86.07 एकड़) का सफलतापूर्वक निष्पादन किया जा चुका है। शेष अभिलेखों का शीघ्रतम निष्पादन सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अंचल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए तथा प्रगति में हो रही विलंब पर चिंता व्यक्त की गई।

इसके उपरांत उत्तर कोयल नहर जलाशय परियोजना से जुड़े भूमि रैयतीकरण से संबंधित प्रतिवेदन पर विचार किया गया। देव, मदनपुर, कुटुंबा एवं नबीनगर अंचलों से कुल 16 अभिलेख (2.8122 एकड़) प्राप्त हुए थे, जिनमें से 15 अभिलेख (2.81 एकड़) का निष्पादन पूर्ण पाया गया। जिला पदाधिकारी ने इस कार्य को संतोषप्रद बताते हुए शेष अभिलेख के त्वरित निस्तारण का निर्देश दिया।
बैठक में दाखिल–खारिज के लंबित मामलों पर विशेष चर्चा की गई। समीक्षा में यह तथ्य सामने आया कि 75 दिनों से अधिक समय से जिले में कुल 364 मामले लंबित हैं। जिला पदाधिकारी ने इस स्थिति को गंभीर बताते हुए संबंधित अंचल अधिकारियों को फटकार लगाई एवं सभी लंबित मामलों का एक सप्ताह के भीतर पूर्ण निष्पादन सुनिश्चित करने का कड़ा निर्देश दिया। यह भी बताया गया कि सर्वाधिक लंबित मामले औरंगाबाद सदर अंचल (170) में पाए गए, जबकि हसपुरा अंचल में 75 दिनों से अधिक लंबित कोई भी मामला नहीं है, जो अनुकरणीय है।
बैठक में आगे भूमि मापी, राजस्व संग्रह, सरकारी भूमि से संबंधित दाखिल–खारिज, परिमार्जन प्लस पोर्टल पर कार्यों की अद्यतन स्थिति, बकाया वसूली तथा अन्य राजस्व गतिविधियों की भी व्यापक समीक्षा की गई। जिला पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों को राजस्व प्रशासन को और अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने के उद्देश्य से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए तथा प्रगति समीक्षा को नियमित रूप से अद्यतन रखने का आदेश दिया।
बैठक में अपर समाहर्ता अनुग्रह नारायण सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा) उपेंद्र पंडित, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, सदर डीसीएलआर श्वेतांक लाल, सभी अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मी एवं संबंधित विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।