नवबिहार टाइम्स संवाददाता
इमामगंज। नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के द्वारा 12 वर्ष पूर्व बारूदी सुरंग विस्फोट कर पुलिस जीप को उड़ने वाला कुख्यात नक्सली हरि भुईयां को जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने दबोच लिया है। इस बारूदी सुरंग में दो जवान शहीद हो गए थे जबकि जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो नक्सलियों को मार गिराया था।
इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार ने पुलिस अनुमंडल कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बताया कि गया पुलिस एवं सीआरपीएफ के संयुक्त कारवाई में 12 वर्षों से फरार नक्सली हरि भुइयां को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि एसएसपी आशीष भारती के निर्देशन में नक्सलियों और अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 12 जून 2012 को डुमरिया थाना अंतर्गत बलथराव गांव में पहले से घात लगाए नक्सलियों के द्वारा पुलिस वाहन को बारूदी सुरंग से विस्फोट कर उड़ा दिया गया था। उसके बाद नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दिया था जिसमें दो पुलिस के जवानों की मौत हो गई थी। पुलिस ने भी अपने आप को सुरक्षित करते हुए जवाबी कार्रवाई में दो नक्सलियों को मार गिराया था। इस कांड में हरि भुइयां को नामजद बनाया गया था। इस कांड में गिरफ्तार हरि भुइयां अपनी संलिप्पता स्वीकार किया है।
एसडीपीओ ने बताया की इस कांड में संलिप्त आठ नक्सलियों को पहले ही न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। शेष अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विशेष छापेमारी कर रही है। नक्सली हरि भुइयां के गिरफ्तारी में शामिल पुलिस अधिकारी को पुरस्कृत किया जाएगा। इसकी संदेह पर पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान कई जगहों पर छापेमारी अभियान चला रही है। इस मौके पर छकरबंधा थाना अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।