नवबिहार टाइम्स संवाददाता
औरंगाबाद। औरंगाबाद मंडल कारा में बंद सजायाफ्ता कैदी जम्होर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गाँव निवासी रंजीत सिंह की मौत गुरुवार की रात हो गई। रंजीत सिंह वर्ष 2018 से जेल में बंद थे। गुरुवार को अचानक जेल में उनकी तबियत बिगड़ गयी जिसके बाद जेल प्रसाशन के द्वारा उन्हें सदर अस्पताल भेजा गया लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। यह खबर सुनकर औरंगाबाद भाजपा के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह देर रात सदर अस्पताल पहुँचकर परिजनों से मुलाकात की।
परिजनों ने पूर्व सांसद से कहा कि उनकी तबीयत खराब थी पर जेल प्रबंधन के द्वारा उनका इलाज नहीं कराया गया। जेल प्रशासन के द्वारा फोन पर सूचना दी गई कि रंजीत सिंह का तबियत खराब है आप सदर अस्पताल आइए। इनको सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया जा रहा है और जब परिजन सदर अस्पताल पहुँचे तो वहां देखे की रंजीत सिंह को जेल से ही मृत लाया गया था। परिजन ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और काफी आक्रोशित दिखे।
पूर्व सांसद ने इस घटना को लेकर देर रात जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से फ़ोन पर बात कर सभी बातों से अवगत कराया और इस घटना का उच्चस्तरीय जाँच और जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप को लेकर एफआईआर करने का माँग किया। शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड गठित कर डॉक्टर का टीम बनाकर और वीडियो रिकॉर्डिंग करवाकर कराया जाए। विदित हो कि हत्या के मामले में उक्त कैदी को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। कैदी ने सीने में दर्द होने की शिकायत की थी।
इस मौके पर जिला महामंत्री अधिवक्ता मुकेश सिंह, जिला मीडिया प्रभारी मितेन्द्र कुमार सिंह, पैक्स अध्यक्ष गुंजन सिंह, पूर्व पैक्स अध्यक्ष अरबिन्द सिंह एवं मृतक के परिजन मौजूद थे।