नवादा। नवबिहार टाइम्स संवाददाता
नवादा जेल में अब कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी किया गया है। कैदियों को मशरूम उत्पादन के गुर सिखाए जा रहे है। बता दें कि यहां सजा काट रहे कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों को मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। जेल में ट्रेनिंग कराने का मकसद यह है कि जो कैदी बंद हैं उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाए। इसके अलावा यह पहल उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी कारगर सिद्ध होगी।
मंडल कारा प्रशासन द्वारा मशरूम उत्पादन के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। बंदियों को पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से बंदियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मंडल कारा सभागार में शिविर का शुभारंभ किया गया। मंडल कारा अधीक्षक अजीत कुमार और आरसेटी के नोडल अफसर सुनील कुमार तथा प्रधान प्रोबेशन पदाधिकारी रामप्रवेश राय समेत अन्य पदाधिकारियों ने शिविर का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।
काराधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि जेल में कैदियों को मशरूम उत्पादन के बारे में बारीकी से सिखाया जा रहा है ताकि बाहर निकलने के बाद वो स्वरोजगार से जुड़ सकें। बंदी इस रोजगार को अपनाकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकते हैं।
मंडल कारा में आयोजित शिविर के पहले चरण में 35 बंदियों का चयन किया गया है। इन्हें 10 दिनों का शिक्षण दिया जाएगा इसके लिए दो प्रशिक्षकों को प्रतिनियुक्ति किया गया है। वह प्रतिदिन चयनित बंदियों को मशरूम उत्पादन के सभी तरीके बताएंगे। इसके लिए आरसेटी द्वारा कारा परिसर में मिट्टी पर मशरूम के बीज आदि लाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण के आखिरी दिन बंदियों की परीक्षा ली जाएगी परीक्षा में सफल बंदियों को आरसेटी द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
आरसेटी के नोडल अफसर सुनील कुमार ने कहा कि इस प्रमाण पत्र के धारक को पंजाब नेशनल बैंक द्वारा मशरूम उत्पादन के लिए 2 लाख तक का लोन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बंदियों में उद्यमिता का विकास करना स्वरोजगार सृजन करना है। नवादा जेल में कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहल की जा रही है।
इस मौके पर प्रोबेशन पदाधिकारी सुमित्रा रजक व गरिमा गुप्ता, कारा उपाधीक्षक वीरेंद्र राय, सहायक अधीक्षक राजेश कुमार, नंदू चौधरी, सुशील कुमार व पिंकी कुमारी मौजूद थी।