नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मोहनिया। कैमूर जिला अंतर्गत मोहनिया अंचल के ग्राम अमरपुरा में राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता सह जमीन खरीद-बिक्री के दलाल सारनाथ राम के द्वारा मानवाधिकार के गंभीर रूप से उल्लंघन का मामला प्रकाश में आया है। ग्राम अमरपुरा के अनुसूचित जाति टोला के आम रास्ता जिससे सभी वर्ग के महिला पुरुष का आना-जाना रहा है, को बलपूर्वक अतिक्रमण करके दीवार बनाकर बंद कर दिया गया है। इसी मामले में विरोध करने पर फलस्वरुप 14 फरवरी की शाम उनके परिजनों ने लाल बिहारी राम के घर पर हमला कर कई लोगों को बुरी तरीके से घायल कर दिया। मोहनिया थाना पर घायल लोग तत्काल गए जिन्हें अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया समुचित इलाज हेतु भेजा गया, पर सारनाथ राम के प्रभाव से जख्मी लोगों का समुचित इलाज नहीं हो पाया।
सारनाथ राम के प्रभाव में पुलिस ने काउंटर केस दर्ज किया है। सारनाथ राम एवं उनके परिवार के लोग खुले आम घूम रहे हैं जबकि लाल बिहारी राम के परिजनों को गिरफ्तार करने की धमकी दी जा रही है। अनुमंडलीय अस्पताल में समुचित इलाज नहीं होने पर लाल बिहारी राम एवं अन्य घायलों ने 23 फरवरी को सदर अस्पताल के इमरजेंसी में इलाज कराया। पूरे प्रकरण के जांच हेतु 22 फरवरी को पुलिस अधीक्षक कैमूर से मिलकर आवेदन पत्र दिया गया है जिस पर पुलिस अधीक्षक ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मोहनिया को जांच का आदेश दिया है, पर अभी तक जांच नहीं की गई है और लाल बिहारी राम एवं उनके परिवार के घायलों को गिरफ्तार करने की धमकी दी जा रही है।
दर्जनों ग्रामीणों ने सारनाथ राम के द्वारा किया गया अतिक्रमण के विरुद्ध आवेदन पत्र दिया है। ग्राम अमरपुरा के सभी जाति धर्म के लोगों ने पुलिस अधीक्षक कैमूर से आग्रह किया है कि इस मामले में ईमानदारी पूर्वक अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मोहनिया से जांच कराई जाए एवं साक्ष्यों की खुद समीक्षा की जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। यदि लाल बिहारी राम के परिजनों को गिरफ्तार किया गया और उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई तो ग्रामीणों की ओर से इस मामले को उच्च न्यायालय पटना, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली के समक्ष ले जाया जाएगा और शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन की कार्रवाई की जाएगी।