डोभी-पटना एनएच 22 में जहानाबाद शहर के दोनों छोर को जोड़ती है ये सड़क
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
जहानाबाद। जहानाबाद जिले में पटना-गया एन.एच.- 22 को शहर की मुख्य सड़क से जोड़ने वाली सड़क का हाल खस्ता होने के साथ इन दिनों अजीब और खतरनाक नजारा देखने को मिल रहा है। लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से बनी 6 लेन की नई चौड़ी सड़क पर जगह-जगह दर्जनों पेड़ बीचो-बीच खड़े हैं। ये पेड़ अब आम लोगों के लिए मौत का रूप लेकर सड़क के बीचो-बीच खड़े हैं। यह नजारा एरकी पावर ग्रिड के आसपास पटना-गया रोड पर साफ देखा जा सकता है। सड़क निर्माण और चौड़ीकरण का काम तो तेजी से पूरा कर लिया गया, लेकिन बीच सड़क पर खड़े पेड़ को हादसों के लिए सड़क के बीचो-बीच छोड़ दिया है।
जानकारी के मुताबिक, सड़क चौड़ीकरण के दौरान वन विभाग और जिला प्रशासन के बीच पेड़ों की कटाई को लेकर विवाद हो गया। वन विभाग ने पेड़ काटने के बदले 14 हेक्टेयर भूमि पर नए पौधे लगाने की शर्त रखी, जिसे जिला प्रशासन पूरा नहीं कर सका। नतीजा यह हुआ कि निर्माण एजेंसी ने पेड़ों को सड़क के बीच छोड़ते हुए उनके चारों ओर से सड़क बना दी।
हर दिन जान जोखिम में डाल रहे वाहन चालक
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क तो चौड़ी हो गई, किनारे भी खूबसूरत बना दिए गए, लेकिन बीच सड़क पर खड़े पेड़ जानलेवा खतरे बने हुए हैं। यहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन अब तक बेखबर बना बैठा है। इस पूरे प्रकरण में सवालों के घेरे में प्रशासन और सरकारी तंत्र सामने है। सड़क तो बना दी गई, मगर सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर दी गई। सवाल यह है कि यदि किसी की जान इन पेड़ों से टकराकर चली जाती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? और बिना पेड़ हटाए आखिर चौड़ी सड़क किस काम की है।