14 नवंबर के बाद कीजिए बिहार में विजयोत्सव की तैयारी : नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने औरंगाबाद में चुनावी रैली को किया संबोधित
(कमल किशोर)
औरंगाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बिहार में एनडीए की विजय के साथ ही यहां के किसानों को प्रतिवर्ष 9 – 9 हज़ार रुपये किसान सम्मान निधि के तहत मिलेंगे जिसमें 3 हज़ार रुपये राज्य सरकार देगी। इस घोषणा के साथ ही प्रधानमंत्री ने एनडीए के संकल्प पत्र के एक मुख्य बिन्दु की एक प्रकार से पुष्टि कर दी। श्री मोदी ने शुक्रवार को औरंगाबाद में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में इस बार एनडीए की सबसे बड़ी विजय होने वाली है इसलिए 14 नवंबर के बाद विजयोत्सव की तैयारी कर लीजिए। बिहार में एनडीए सबसे बड़ी विजय हासिल करने जा रहा है और दूसरी ओर कांग्रेस को भी पता चल गया है कि वह हार रही है इसलिए कांग्रेस पराजय के बहाने खोज रही है, उसकी नेट प्रैक्टिस कर रही है।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राजद पर हमला करते हुए कहा कि इन जंगलराज वालों के पास हर वह चीज है जो निवेश और नौकरी के लिए खतरा है। अगर यह गलती से भी सत्ता में आ गए तो यह कट्टा, दुनाली, फिरौती और रंगदारी यही सब चलाएंगे। इनसे सतर्क रहना है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कई बार इस बात पर जोर दिया कि वह जो कहते हैं, जो वादे करते हैं, उसे जरूर निभाते हैं। इस क्रम में उन्होंने राम मंदिर निर्माण, धारा 370, वन रैंक वन पेंशन जैसी अपनी घोषणाओं को अमली जामा पहनाए जाने की बात कही।

उन्होंने इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण उत्तर कोयल परियोजना के बारे में भी कहा कि राजद के जंगल राज की सरकार ने खेतों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसाया था और केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था लेकिन आज उत्तर कोयल नहर परियोजना में तेजी से काम चल रहा है। इस परियोजना और किसानों की बड़ी समस्या को बार – बार उठाने के लिए प्रधानमंत्री ने औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह की सराहना की।

श्री मोदी ने औरंगाबाद में एनटीपीसी की अतिरिक्त क्षमता के उद्घाटन का भी उन्होंने जिक्र किया. बिहार और केंद्र की एनडीए सरकार को डबल इंजन सरकार कहते हुए उन्होंने कहा कि इस डबल एनडीए की डबल इंजन सरकार के पास हर क्षेत्र के लिए नया संकल्प है और घोषणा पत्र में यह भी बताया गया है कि यह संकल्प हम कैसे सिद्ध करेंगे. हमारे पास हर क्षेत्र के लिए उसकी जरूरत के हिसाब से योजनाएं हैं। उदाहरण के तौर पर मगध क्षेत्र में सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल हब बनाया जा रहा है जहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए रेलवे ट्रैक, पुल, सड़क आदि का निर्माण जारी है।

उन्होंने वन रैंक वन पेंशन स्कीम के तहत फौजियों के खाते में 1 लाख करोड रुपए भेजे जाने, बिहार की एक करोड़ 40 लाख महिलाओं के खाते में 10000 रुपए भेजे जाने, बिहार में 60 लाख गरीबों को घर उपलब्ध कराए जाने, दलितों पिछड़ों वंचितों के घरों में बिजली, शौचालय, मुफ्त गैस कनेक्शन, मुफ्त इलाज और गरीबों को मुफ्त राशन दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि अब से एनडीए की सरकार बिहार में किसानों को 9000 रु प्रतिवर्ष किसान सम्मान निधि के अंतर्गत देगी जिसमें तीन हज़ार रु बिहार सरकार के होंगे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए एनडीए की डबल इंजन सरकार ने काफी काम किया है । पंचायती राज व्यवस्था, नगर निकाय, सरकारी नौकरियों में महिलाओं को आरक्षण दिया गया. विधानमंडलों में भी आरक्षण दिया गया. लखपति दीदी जैसी योजनाएं भी संचालित हो रही हैं जिसकी वजह से बिहार की महिलाएं नया इतिहास लिख रही हैं. बिहार की जनता और बिहार की महिलाओं को इस बात पर यकीन है कि मोदी जो कहता है वह करता है और बिहार को एनडीए ही विकसित बना रहा है. बिहार एनडीए के ईमानदार संकल्प पत्र पर विश्वास करता है और यह मानता है कि एनडीए और मोदी जो कहेंगे वह करेंगे।
श्री मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जब नीतीश कुमार की सरकार बनी तो पहले 9 साल में केंद्र में कांग्रेस-राजद की सरकार थी जिसने बिहार के विकास में हर संभव बाधा डाली तथा आवंटन तक बंद कर दिया लेकिन 2014 में जब मुझे अवसर मिला तब बिहार में विकास के नए आयाम बने। आज लोगों को भरोसा है कि अगर मोदी कह रहे हैं कि एक करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा तो तय है कि मिलेगा। विगत वर्षों में भी लाखों बहालियां की गई हैं. प्रधानमंत्री ने राजद और कांग्रेस के लोगों से सतर्क रहने को कहा तथा आरोप लगाया कि राजद के लोग नौकरी के बदले जमीन लिखवा लेते हैं जिसे अदालत ने भी माना है। उन्होंने राजद और कांग्रेस के लोगों को कहा कि यह सभी जमानत पर चल रहे हैं, यह कभी नौकरी नहीं दे सकते।
प्रधानमन्त्री ने नक्सलवाद के दौर को याद करते हुए कहा कि शाम ढलते बिहार की सड़के सूनी हो जाती थी और विकास कार्य के लिए, यात्री बसों के परिचालन के लिए नक्सलियों को रंगदारी देनी पड़ती थी लेकिन आज नक्सलवाद का सफाया हो गया हो गया है। जंगल राज के जाते ही बिहार से नरसंहार की घटनाएं बंद हो गई है। यही जंगल राज और सुशासन का स्पष्ट अंतर है कि पहले चरण के चुनाव में कमजोर तबके में दिल खोलकर अपना वोट दिया और बिना रोक-टोक के अपना वोट दिया. पहले बूथ लूट होती थी, गोलियां चलती थी, खून की नदियां बहती थी और चुनाव से वंचित वर्ग को रोका जाता था. जंगल राज के गुर्गे आज भी साजिश करने में लगे हुए हैं।
श्री मोदी ने राजद पर आरोप लगाया कि उसने कुटुंबा के उम्मीदवार और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को अपमानित किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद ने कांग्रेस के सिर पर कट्टा रखकर सीएम पद के उम्मीदवार पद की चोरी कर ली है। यह अपने साथियों को भी धोखा देते हैं तो बिहार के लोगों को भी धोखा देंगे। उन्होंने राजद – कांग्रेस पर आरोप लगाया कि यह सिर्फ अपमान और गाली गलौज की राजनीति करते हैं। कांग्रेस के शाही परिवार के नामदार ने छठी मैया के नाम पर बिहार वासियों की तपस्या का अपमान किया है जिसकी सजा जनता उन्हें देगी।