नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। विश्व बाल दिवस के अवसर पर आज महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार पटना से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन औरंगाबाद द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, बारुण में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज एवं परिवार में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करना तथा उनकी शिक्षा, सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देना रहा।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि बेटियों के प्रति समाज और परिवार की मानसिकता में बदलाव लाना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि बेटी पढ़ेगी तभी परिवार, समाज और राष्ट्र आगे बढ़ेगा। यह देश के सर्वांगीण विकास के लिए अनिवार्य है। बाल एवं महिला विकास निगम के डीपीएम विनय प्रताप सिंह तथा DHEW के मिथलेश कुमार ने उपस्थित छात्राओं को उनके विकास, पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि समाज में अभी भी कुछ लोग बेटियों के प्रति भेदभावपूर्ण सोच रखते हैं, किंतु सरकारी योजनाओं और जागरूकता कार्यक्रमों से यह स्थिति तेजी से बदल रही है।

सरकार द्वारा बेटियों को सशक्त बनाने हेतु अनेक पहलें की गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप पंचायती राज से लेकर पुलिस सेवा तक में बेटियों की महत्वपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित हुई है। जेंडर स्पेशलिस्ट चंदन ने महिला सुरक्षा हेतु 181 हेल्पलाइन के महत्व पर विशेष जोर दिया तथा इसके उपयोग की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं के बीच 100 मीटर दौड़, कबड्डी एवं ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया तथा प्रत्येक को ज्योमेट्री बॉक्स प्रदान किया गया।