नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
नयी दिल्ली/पटना। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से शनिवार को संसद में पेश आम बजट में चुनावी साल होने के कारण बिहार पर फोकस रहा। इसकी झलक वित्त मंत्री के पहनावे में भी दिखी। निर्मला सीतारमण बजट पेश करने के लिए बिहार की प्रसिद्ध मधुबनी पेंटिग वाली साड़ी में आयीं थीं। गोल्डन बोर्डर वाली यह साड़ी पिछले बिहार दौरे के दौरान उन्हें पद्मश्री रामदुलारी देवी ने गिफ्ट की थी। सीतारमण ने बताया कि उन्होंने कहा था कि बजट के दिन इसे पहनना। केन्द्रीय वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में बिहार के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना एयरपोर्ट को ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाने और आईआईटी, पटना के विस्तार की घोषणा कर बिहार के मगध क्षेत्र को साधने की कोशिश की है तो मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान कर मिथिलांचल को साधा है। वहीं पश्चिमी कोसी नहर योजना के माध्यम से सीमांचल तो बिहटा के जरिए शाहाबाद को लुभाने की कोशिश हुई है। केंद्र सरकार की इन घोषणाओं को इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
केंद्र सरकार ने बिहार के लिए ये घोषणाएं कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी राह को आसान बनाने की कोशिश की है। आम बजट में मिथिलांचल से सीमांचल तक के लिए सात बड़ी घोषणाएं की गई हैं। बिहार के लोगों की आय बढ़ाने के लिए मखाना बोर्ड बनाया जाएगा। यह बोर्ड मखाना किसानों को केंद्र की विभिन्न योजनाओं से लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा। इस कदम से उत्तर बिहार के किसानों को मदद मिलेगी। इसके अलावा भारत मत्स्य उत्पादन क्षेत्र में अग्रणी है। वहीं, किसानों को लोन देने के लिए किसान कार्ड दिया जाएगा। डेयरी किसानों के लिए कर्ज की सीमा तीन लाख से बढ़ाकर पांच लाख की जाएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिससे राज्य में हवाई यातायात बढ़ेगा और कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह पटना एयरपोर्ट और बिहटा में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट के विस्तार के अतिरिक्त है। उड़ान योजना की सफलता को और आगे बढ़ाया गया है। इसे नए रूप में पेश किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में वित्त मंत्री ने कहा कि पटना में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके लिए पांच आईआईटी में 6,500 और छात्रों के लिए अतिरिक्त बुनियादी ढांचा जोड़ा जाएगा। आईआईटी, पटना के छात्रावास का भी विस्तार किया जाएगा। वहीं, पूर्वी क्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना की जाएगी।