नवबिहार टाइम्स संवाददाता
अररिया। फारबिसगंज में जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई। इसमें बथनाहा पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मुख्तार आलम ने कहा कि पंचायतों, मोहल्लों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने वाली नीति बिल्कुल ही गलत है, क्योंकि हमारा कोशी सीमांचल में निवास करने वाले लोग एक अच्छी खासी फ़ीसदी में गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करते हैं। ये दिल्ली, पंजाब, लुधियाना सहित अन्य बाहर राज्य में जाकर जीवन यापन के लिए मजदूरी कर किसी तरह पैसा का जुगाड़ कर लाते हैं और अपना घर चलाते हैं।
ऐसे में लोगों के घरों में एक मोबाइल होता है। इनके मोबाइल में कभी रिचार्ज खत्म हो जाए तो दोबारा रिचार्ज करने की पैसा बड़े ही मुश्किल से जुटा पाते हैं। आज भी इस इलाके के लोग सरकार द्वारा जन वितरण प्रणाली से वितरण किया जा रहे राशन से अपना पेट भरते हैं। ऐसे में विद्युत विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में प्रीपेड विद्युत मीटर लगाने का नीति सरासर गलत है।
प्रीपेड मीटर लगने के बाद जैसे ही मीटर में पैसा खत्म हुआ लाइन डिस्कनेक्ट हो जाएगी। ऐसे में गरीब लोग अंधेरे में रहने को विवश होंगे या एक बार फिर से ढिबरी युग में जीने की संभावना उत्पन्न हो जाएगी। सरपंच प्रतिनिधि ने इस बात को विभागीय अधिकारियों से अवगत कराया।