नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। बिहार में बिजली इस्तेमाल करने का तरीका धीरे-धीरे बदल रहा है। राज्य की वितरण कंपनियों द्वारा स्मार्ट मीटर लगाए जाने से कई घरों और छोटे व्यवसायों को रोज़मर्रा में इसका सीधा फायदा मिल रहा है। अब लोग जितनी बिजली खर्च कर रहे हैं, उसे ठीक से नाप पा रहे हैं और भुगतान की प्रक्रिया भी आसान हो गई है। पटना के पटेल नगर में कपड़ों की दुकान चलाने वाले अविनाश कुमार कहते हैं कि उनके दुकान में लगा स्मार्ट मीटर सब कुछ आसान बना रहा है। वे बताते हैं, “अब मैं देख सकता हूं कि कितनी बिजली खर्च हुई, कितना पैसा कटा और कब कटा। बिल देखने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, सब कुछ यहीं सामने है।
समस्तीपुर के रहने वाले अमित कुमार ने भी कुछ ऐसा ही अनुभव साझा करते हुए कहा कि, “पहले मुझे जानकारी के लिए इंतजार करना पड़ता था और मेरे पास ज्यादा कंट्रोल नहीं था। लेकिन अब सारी जानकारी पहले से मिल जाती है, कितना खर्च करना है, क्या बचाना है। पटना की रहने वाली डॉ. रेनू बाला, जो साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के तहत स्मार्ट मीटर लगाने वालों में सबसे पहले शामिल हुई थीं, समय पर अपडेट मिलने और भुगतान में आसानी को सबसे बड़ी सुविधा मानती हैं।
राज्य में स्मार्ट मीटर लगाने का काम वितरण कंपनियों की अगुवाई में हो रहा है, लेकिन कई एजेंसियां, जैसे इंटेली स्मार्ट जैसे इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर, इसे लागू करने और डिजिटल ढांचे को मजबूत करने में मदद कर रहे हैं। जैसे-जैसे डिजिटल सेवाएं रोज़मर्रा की जिंदगी का बड़ा हिस्सा बनती जा रही हैं, स्मार्ट मीटर सिर्फ एक आधुनिक बिजली व्यवस्था नहीं बना रहे हैं, बल्कि इससे लोगों और उनकी इस्तेमाल की जाने वाली बिजली के बीच भरोसा भी बन रहा है।