नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। पंजाब नेशनल बैंक के औरंगाबाद मंडल की ओर से आज फेसर में मेगा कृषि आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें किसानों, पशुपालकों, ग्रामीणों से संबंधित विभिन्न ऋण योजनाओं, सब्सिडी लाभ और आधुनिक खेती की तकनीक के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही तकनीकी सहायता एवं सरकारी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। कार्यक्रम का उद्घाटन बैंक के महाप्रबंधक प्रमोद रंजन तूफ़ान, मंडल प्रमुख प्रवीण कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी संदीप राज और नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक सुशील कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
महाप्रबंधक प्रमोद रंजन तूफान ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर बैंक की ओर से किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से कई कृषि ऋण योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी जरूरतें बैंक अधिकारियों को बताकर योजना का लाभ उठाएं।
महाप्रबंधक ने कहा कि बैंक किसानों के हित में हर तरह से कदम उठाने को तैयार है। लखपति दीदी योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि इसका लक्ष्य है कि हर जीविका दीदी की वार्षिक आय 1 लाख या उससे अधिक हो। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण, बाजार से जोड़ने की सुविधा और वित्तीय सहायता दी जा रही है। इससे वे छोटे-मोटे कार्यों से आगे बढ़कर सूक्ष्म उद्यमी बन रही हैं। पंजाब नेशनल बैंक की ऋण योजनाएं इस दिशा में उन्हें मजबूती दे रही हैं।
महाप्रबंधक ने कहा कि बैंक महिलाओं की ईमानदारी और समय पर ऋण चुकाने की प्रवृत्ति से प्रभावित होकर आगे भी उन्हें समर्थन देता रहेगा। यह कार्यक्रम बिहार की ग्रामीण महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरा है। सुलभ ऋण प्रक्रिया और निरंतर सहयोग से महिलाएं अब बैंकिंग से जुड़ने के लिए प्रेरित हो रही हैं। यह साझेदारी भविष्य में और सशक्त होगी और राज्य की लाखों महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण की ओर ले जाएगी। जीविका और पंजाब नेशनल बैंक मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बिहार की महिलाएं सिर्फ लाभार्थी न बनें, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास की भागीदार भी बनें।