नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढ़ी। यह तस्वीर पुनपुन पितृपक्ष मेले में आए हुए पिंडदानी की है जो शिवनगर चौराहे पर सडक के किनारे सो रहे और कुछ एसएमडी कॉलेज के पास ऐसे ही खुले आसमान के नीचे जमीन पर किसी तरह से लेट कर रात बिताने को विवश हैं। इसके अलावा पुनपुन पार्क के पीछे भी अंधेरे में कई पिंडदान ही सोते हुए देखे गए हैं।
सीतामढ़ी से आए हुए पिंडदानी हरिश्चंद्र ने बताया कि रात के अंधेरे में किसी तरह से हम लोग सोने को विवश हैं। अगर बारिश हो जाए तो हम लोग क्या करेंगे। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि पिंडदानियों की सुविधा के लिए बड़े-बड़े जो वादे किए गए थे, उन वादों पर कोई अमल होता नहीं दिख रहा है।
इस मामले पर नोडल पदाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि हर चौक चौराहे पर पुलिस मजिस्ट्रेट की व्यवस्था की गई है। हम पता करते हैं कि कैसे उन लोगों को धर्मशाला में ना ठहरा कर रोड पर ही सोने दिया जा रहा है। हालांकि पिंड दानियों को ठहरने के लिए पुनपुन धर्मशाला में व्यवस्था की गई है लेकिन साईनेज नहीं लगने की वजह से बाहर से आ रहे पिंडदानियों को यह नहीं पता है कि हमें कहां ठहरना है।