नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
आरा। नारी सशक्तिकरण अभियान के द्वितीय चरण के अंतर्गत आरा सदर प्रखंड के अगसंडा एवं धरमपुर में 7 मेधावी छात्राओं और उनके अभिभावको को पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह राजापुर वाले के द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मानित छात्राएं अगरसंडा बेहरा निवासी अशोक कुमार की पत्नी ब्यूटी कुमारी (85%), मनोज कुमार राम की पुत्री खुशबू प्रिया (89%), खुर्श मोहम्मद की पुत्री तरन्नुम खातुन (93.2%), मो यासीन अंसारी की पुत्री खुशबु निशा (90.2%), विनय कुमार सिंह की पुत्री खुशी सिंह (79%), धरमपुर निवासी निर्मल पांडेय की पुत्री भूमि पांडेय (76%) व मनोज पांडेय की पुत्री माही पांडेय (91%) शामिल है। सभी छात्राओं को टैबलेट व मेडल प्रदान किए गये।
इस अभियान का उद्देश्य केवल शैक्षणिक उपलब्धियों को सम्मानित करना नहीं, बल्कि समानता, आत्मनिर्भरता एवं सामाजिक जागरुकता को बढ़ावा देना भी है। इस मौके पर एक अत्यंत प्रेरणास्पद विशेषता यह रही कि छात्राओं ने स्वयं अपने अभिभावकों को मेडल पहनाकर उनके संघर्ष और समर्थन का सार्वजनिक रूप से सम्मान किया। यह दृश्य न केवल भावनात्मक था, बल्कि सामाजिक बदलाव का जीवंत प्रतीक भी बना। कार्यक्रम केवल पुरस्कार वितरण तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक स्पष्ट सामाजिक संदेश था-कि शिक्षा, सम्मान और समान अवसर अब हर बेटी का अधिकार है।
मौके पर पूर्व एमएलसी रणविजय सिंह ‘राजापुरवाले’ ने कहा कि यह सम्मान समारोह मेरे लिए केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह उस व्यापक सोच का आरंभ है, जो नारी सशक्तिकरण को समाज के मूल में स्थापित करने का प्रयास कर रही है। जब तक बडहरा की प्रत्येक बेटी को उनके घर जाकर प्रोत्साहन स्वरूप टैबलेट और उनके अभिभावकों को सामाजिक मंच पर सम्मान न दे दिया जाए तब तक यह अभियान अधूरा माना जाएगा। हमारा उद्देश्य है कि शिक्षा, आत्मनिर्भरता और सम्मान अब प्रत्येक घर की वास्तविकता बने।’ यह आयोजन एक स्थायी सामाजिक परिवर्तन की ओर कदम है- जहां मंच तक बुलाने की परंपरा पीछे छूटेगी, और सम्मान अब बेटियों के द्वार तक पहुंचेगा।