नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
गया। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र स्वच्छ, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की दिशा में जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी शशांक शुभंकर और वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार की अध्यक्षता में शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में अफीम की खेती की स्थिति की समीक्षा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी, सहायक आयुक्त उत्पाद, जिला वन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक शेरघाटी सहित सभी अंचल अधिकारियों और थाना अध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे अगले 24 घंटे के भीतर उन स्थलों का निरीक्षण करें जहाँ पूर्व में अफीम की खेती को नष्ट किया गया था।
उन्होंने कहा कि बाराचट्टी, धनगाई, डुमरिया, चकरबंधा, इमामगंज, बांके बाजार, लुटवा और रोशनगंज जैसे क्षेत्रों में पूर्व में अफीम की खेती का विनष्टीकरण किया गया था। इन इलाकों में वर्तमान स्थिति का प्रत्यक्ष निरीक्षण कर अद्यतन रिपोर्ट उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।
जिलाधिकारी ने सहायक आयुक्त उत्पाद को यह भी निर्देश दिया कि अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी के माध्यम से सभी संबंधित थानों को पर्याप्त संख्या में मानव रहित यान (ड्रोन) उपलब्ध कराए जाएँ, ताकि संपूर्ण क्षेत्र की हवाई निगरानी की जा सके और किसी भी अवैध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिछले वर्ष शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के 11 थानों के अंतर्गत लगभग 1000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में अफीम की खेती को नष्ट किया गया था। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की रोकथाम हर हाल में आवश्यक है और इस दिशा में कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
जिले में चुनाव सुरक्षा की दृष्टि से केंद्रीय पुलिस बल की 26 कंपनियाँ तैनात की गई हैं, जिनके माध्यम से तलाशी अभियान भी संचालित किया जा रहा है।
बैठक में मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) पटना के क्षेत्रीय निदेशक, सहायक आयुक्त उत्पाद, गुप्तचर ब्यूरो के पदाधिकारी, सहायक समाहर्ता, सहायक वन पदाधिकारी, शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के सभी अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष उपस्थित थे।