औरंगाबाद एवं अनुमण्डलीय न्यायालय, दाउदनगर को मिलाकर कुल 13 बेंचों का किया गया है गठन
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार राज कुमार द्वारा गुरुवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें 13 दिसंबर को आयोजित होने वाले इस वर्ष का चौथा और अन्तिम राष्ट्रीय लोक अदालत के सम्बन्ध में प्राधिकार के द्वारा किये गये कार्यो के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराया गया। प्रधान जिला जज द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत से सम्बन्धित विविध गतिविधियों का प्रचार-प्रसार करने के लिए सभी पत्रकारों का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्ति पर आभार व्यक्त किया गया।
प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरूण कुमार के द्वारा संवाददाताओं को बताया गया कि परिवारिक मामलों के निस्तारण में यह जिला पूर्व में भी अच्छा रहा है और इसे और अव्वल बनाने की प्रक्रिया जारी रहेगी और इसके लिए कई वादों का चयन किया गया है।
प्राधिकार की सचिव तान्या पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रारम्भिक स्तर पर अभी तक 2329 सुलहनीय वाद जो न्यायालय में लम्बित है चिन्ह्ति किया गया है तथा 54 वादों में निस्तारण हेतु सहमति प्रदान किये तथा तथा 600 वादों का निस्तारण का लक्ष्य से सम्बन्धित ब्यौरा संवाददाताओं को उपलब्ध कराया गया। साथ ही प्री-लिटिगेशन के अन्तर्गत 5200 से अधिक बैंक ऋण सम्बन्धी मामलों में पक्षकारों को नोटिस किया गया है तथा 1500 से अधिक मामलो को इस लोक अदालत में निस्तारण का लक्ष्य रखा गया है और इनसे सम्बन्धित नोटिस प्रेषण की कार्रवाई की जा चुकी है, जिसे आगे बढ़ने की संभावना है।
सचिव ने राष्ट्रीय लोक अदालत में त्वरित निस्तारण हेतु गठित बेंच के बारे में जानकारी देते हुए संवाददाताओं को बताया कि व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद एवं अनुमण्डलीय न्यायालय, दाउदनगर को मिलाकर कुल 13 बेंचों का गठन किया गया है जिसमें वादों का त्वरित निष्पादन किया जायेगा। सचिव द्वारा जिलावासियों से यह अपील भी किया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का अधिक से अधिक फायदा उठायें और राष्ट्रीय लोक अदालत के दिन आकर अपने वादों को निस्तारण कराने में विशेष रूचि लें।