नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
भागलपुर। जिले के कहलगांव प्रखंड के एक छोटे से गांव की 14 वर्षीय सोनाली कुमारी के जीवन पर उस समय संकट आ गया जब उसे संदिग्ध कोबरा या करैत सांप ने डस लिया। हालत बिगड़ने पर घबराए परिजन उसे तत्काल एनटीपीसी कहलगांव विद्युत परियोजना के जीवन ज्योति अस्पताल लेकर पहुंचे। सुबह आठ बजे तक उसकी स्थिति गंभीर हो चुकी थी, शरीर में जहर का असर साफ दिखाई दे रहा था और उसकी सांसें थमने लगी थीं। अस्पताल की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बबीता चौरसिया, डॉ. सुरेश राम और उनकी टीम ने हार नहीं मानी। सोनाली को तुरंत इंट्यूबेट कर बैग और ट्यूब से वेंटिलेशन शुरू किया गया। अगले 24 घंटे तक टीम ने उसकी हर सांस पर नजर रखी और पूरी ताकत से इलाज किया।
सोनाली का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है, लेकिन एनटीपीसी के नैगम सामाजिक दायित्व के तहत उसका पूरा इलाज निःशुल्क किया गया। एक दिन बाद, रक्षाबंधन के अवसर पर, स्वास्थ्य में सुधार दिखने पर सोनाली ने अपने भावुक भाई को राखी बांधी। दो दिन में वह पूरी तरह स्वस्थ हो गई और अस्पताल टीम के साथ अपनी खुशी साझा की।
परियोजना प्रमुख रवीन्द्र पटेल ने चिकित्सकों और स्टाफ को बधाई देते हुए कहा कि एनटीपीसी न केवल बिजली उत्पादन में अग्रणी है, बल्कि आसपास के लोगों के जीवन में उम्मीद की किरण भी जगाता है।
उल्लेखनीय है कि जीवन ज्योति अस्पताल सर्पदंश के इलाज में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध है और हर साल करीब 350 मामलों का सफल उपचार करता है। स्थानीय लोग मानते हैं कि अगर रोगी में जीवन का एक भी संकेत है, तो इस अस्पताल में उसका इलाज संभव है। सोनाली की जिंदगी बचाना केवल एक चिकित्सकीय सफलता नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और समर्पण का जीवंत उदाहरण है।