आरपीएफ और टीटीई की सतर्कता से बच्चों को मिला सुरक्षा का सहारा
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
गयाजी। गया रेलवे स्टेशन पर “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत दो नाबालिग बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। इसमें एक 10 वर्षीय बालक और एक नाबालिग लड़की शामिल हैं, जिन्हें रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता से बचाया गया। जानकारी के अनुसार, गाड़ी संख्या 12817 की पैंट्री कार में ड्यूटी पर तैनात टीटीई नौदीप कुमार की नजर एक अकेले घूम रहे नाबालिग लड़के पर पड़ी। पूछताछ करने पर पता चला कि बच्चा कोडरमा, झारखंड का रहने वाला है और उसकी उम्र लगभग 10 वर्ष है।
बच्चे को तुरंत आरपीएफ को सुपुर्द किया गया, जिसके बाद उसे रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट, गया लाया गया। दूसरी ओर, आरपीएफ टीम ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर गश्ती के दौरान एक डरी और सहमी हुई नाबालिग लड़की को बैठा पाया। आरपीएफ जवानों ने तुरंत संवेदनशीलता दिखाते हुए लड़की से पूछताछ की और उसकी पहचान की। दोनों ही मामलों में आरपीएफ द्वारा तत्परता से कार्रवाई करते हुए बच्चों को रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क, गया के सुपुर्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा और उनके पुनर्वास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने बताया कि “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत लावारिस, खोए या संकटग्रस्त बच्चों की पहचान कर उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाती है। इस पहल के माध्यम से अब तक कई बच्चों को नया जीवन मिला है।