चार दिवसीय देव कार्तिक मेला–2025 कार्यक्रम का शुभारंभ
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। आज देव सूर्य नगरी में आयोजित चार दिवसीय देव कार्तिक मेला–2025 कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम बिहार गीत के गायन से किया गया। तत्पश्चात् जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन), सदर अनुमंडल पदाधिकारी एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं फीता काटकर औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिनंदन किया गया। उद्घाटन समारोह में अपर समाहर्ता द्वारा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को पुष्पगुच्छ, पौधा एवं शॉल भेंटकर स्वागत किया गया। अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा पौधा प्रदान कर किया गया।

जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि देव छठ मेला न केवल औरंगाबाद जिले का बल्कि पूरे बिहार राज्य का गौरव है। यह मेला आस्था, श्रद्धा एवं सामाजिक एकता का प्रतीक है, जहाँ देश–विदेश से लाखों श्रद्धालु देव सूर्य मंदिर में भगवान भास्कर की उपासना करने एवं छठ व्रत संपादन हेतु पधारते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। सभी विभागों के समन्वय से मेला क्षेत्र में आवासन, पेयजल, विद्युत आपूर्ति, पार्किंग, शौचालय, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य शिविरों की सुदृढ़ व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस बल, दंडाधिकारी, अग्निशमन दल, एनडीआरएफ की टीम तथा चिकित्सा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

जिलाधिकारी ने कहा कि देव सूर्य नगरी की पहचान सूर्योपासना की प्राचीन परंपरा से जुड़ी है और हम सभी का कर्तव्य है कि इस सांस्कृतिक धरोहर को सहेजते हुए श्रद्धालुओं का स्वागत प्रेम एवं अनुशासन के साथ करें। उन्होंने अंत में सभी पदाधिकारियों, नागरिकों एवं श्रद्धालुओं से मेला को सफल, शांतिपूर्ण एवं स्वच्छ बनाए रखने में सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की। उद्घाटन समारोह के उपरांत जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा सूर्यकुंड तालाब पर आयोजित दिव्य सूर्य महाआरती सह गंगा आरती में सम्मिलित हुए।

इस अवसर पर अपर समाहर्ता अनुग्रह नारायण सिंह, अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) उपेन्द्र पंडित, सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतन कुमार सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रत्ना प्रियदर्शनी, जिला योजना पदाधिकारी अविनाश प्रकाश, वरीय उप समाहर्ता बेबी प्रिया, जिला आपदा प्रभारी अंतरा कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी देव, अंचलाधिकारी देव, मंदिर न्यास समिति के सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।