नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मोतिहारी । बिहार के मोतिहारी जिले में पुलिस की दबंगई का अद्भुत नमूना सामने आया है। मोतिहारी जिला के जितना पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज राजेश्वर प्रसाद यादव ने रेलकर्मी पवन कुमार पर रेलवे के नियमों की अवहेलना करके लेवल क्रॉसिंग गेट खोलने के लिए दबाव बनाया। जब गेटमैन ने बताया कि स्टेशन से चाबी मिलने के बाद ही लेवल क्रॉसिंग का गेट खोला जा सकता है तो ऑफिसर इंचार्ज और उनके सिपाही आग बबूला हो गए। उन सब ने गेटमैन को प्रेशर में लाने और अनियमित तरीके से गेट खोले के तमाम प्रयास किये इस पर गेटमैन और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी झड़प भी हुई। इसके बाद जितना पुलिस ने गेटमैन पवन कुमार को शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान गिरफ्तार करने के लिए उसके सीनियर से अनुमति लेनी जरूरी होती है लेकिन इस मामले में जितना थाना के पुलिस ने ऐसी कोई भी कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। यहां तक कि लेबल क्रासिंग गेट के कंट्रोलिंग स्टेशन घोड़ासहन के स्टेशन मास्टर को भी सूचना देना जरूरी नहीं समझा जिससे रेल परिचालन को भी बाधा पहुंची। गेटमैन को मजिस्ट्रेट के सामने भी ले जाया गया जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।
गलत तरीके से गेटमैन पर आरोप लगाने और उसे गिरफ्तार करने को लेकर समस्तीपुर मंडल के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। गेटमैन और सब इंस्पेक्टर के बीच की बातचीत रिकॉर्ड हो चुकी है जिसकी जांच से पता चला कि सब इंस्पेक्टर में गेटमैन पर नियमों की अवहेलना करके गेट खोलने के लिए दबाव डाला। जब गेटमैन ने सब इंस्पेक्टर की बात नहीं मानी तो उसे झूठे मुकदमे में फंसा कर गिरफ्तार कर लिया। रेलवे प्रशासन ने मोतिहारी पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।