1 अप्रैल से 15 जून तक होगी गेहूं की खरीद, किसानों को प्रति क्विंटल 2425 रुपए मिलेगा
नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
पटना। बिहार में गेहूं की खरीद के लिए भारतीय खाद्य निगम ने व्यापक तैयारी की है। आगामी रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं खरीद हेतु भारतीय खाद्य निगम बिहार के सभी 38 राजस्व जिलों में पर्याप्त खरीद/अधिप्राप्ति केंद्र स्थापित करेगी तथा पूरे बिहार में 151 गेहूं अधिप्राप्ति/खरीद केंद्र खोल रही है। रबी विपणन वर्ष 2025-26 हेतु गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है तथा बिहार राज्य में गेहूं खरीद/अधिप्राप्ति का कार्य 1 अप्रैल से 15 जून 2025 तक जारी रहेगा। भारतीय खाद्य निगम के महाप्रबंधक (बिहार क्षेत्र) अमित भूषण ने आज निगम द्वारा मण्डल कार्यालय दीघाघाट पटना में रबी विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत गेहूं अधिप्राप्ति संबंधी विशेष जानकारी प्रदान करने, विभिन्न किसान उत्पादक संघठनों के माध्यम से गेहूं खरीदने एवं गेहूं के बढ़े हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य के व्यापक प्रचार–प्रसार के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस वर्ष अधिक से अधिक गेहूं की खरीद/अधिप्राप्ति करने हेतु विभिन्न किसान उत्पादक संगठनों और किसानों को भारतीय खाद्य निगम के गेहूं खरीद/अधिप्राप्ति केंद्र पर लाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। संबंधित किसान के खाते में उसी दिन समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विटल के हिसाब से भुगतान कर दिया जाएगा तथा संबंधित किसान उत्पादक संघठन को सरकार की भागीदारी करने के फलस्वरूप 27 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से कमीशन भी दिया जायेगा। स्थल पर लगभग 100 किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे जिनसे गेहूं खरीद प्रक्रिया में उनकी भागीदारी एवं देश के विकास में उनकी भूमिका के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर किसान उत्पादक संघठनों के समर्थक संघठन जैसे नाबार्ड, राष्ट्रीय सहकरी विकास परिषद एवं नाफेड के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
श्री भूषण ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान राज्य सरकार भी लगभग 5000 गेहूं खरीद केंद्र स्थापित करेगी। बिहार में 2 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है। भारतीय खाद्य निगम के अलावा सहकारिता विभाग बिहार सरकार अपने विभिन्न प्राथमिक सहकारी समितियों एवं व्यापार मंडल के माध्यम से केंद्र खोलेगी। रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विटल निर्धारित किया गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 150 रुपये अधिक है। किसानों को समर्थन मूल्य का भुगतान उनके बैंक खाते में 48 घंटे के अन्दर कर दिया जायेगा। किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न स्तर पर निरंतर किसान सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। रेडियो, टेलीविजन, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, व्यक्तिगत किसान संपके, मोबाईल सन्देश, बैनर, मुनादी आदि के माध्यम से प्रचार–प्रसार किया जा रहा है।
भारतीय खाद्य निगम की ओर से महाप्रबंधक अमित भूषण ने सभी किसान भाइयों से अपील की कि वे अपना पंजीकरण कृषि विभाग के डी बी टी पोर्टल पर अवश्य करवाएं तथा सहकारिता विभाग के पोर्टल पर गेहूं बेचने हेतु आवेदन अवश्य करें। गेहूं की खरीद ऑनलाइन माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी तथा किसान भाइयों को पंजीकरण में किसी प्रकार की परेशानी आती है तो वे बिहार राज्य खाद्य विभाग की हेल्पलाइन 18003456194 अथवा सहकारिता विभाग की हेल्पनाइन 18001800110 पर निशुल्क सपर्क कर सकते है। पंजीकरण की प्रक्रिया बिलकुल सरल बनाई गई है। गेहूं की खरीद एवं समर्थन मूल्य का भुगतान बिना किसी कटौती के सीधे किसानों के बैंक खाते में ऑनलाइन 48 घंटे की अवधि में की जाएगी। बिहार में लगभग 25 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की बुवाई की जाती है तथा इस वर्ष राज्य में लगभग 84 लाख टन गेहूँ उत्पादन होने का अनुमान है। गेहूँ की उत्पादकता को देखते हुए अधिक उत्पादन करने वाले जिलों जैसे रोहतास, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, बक्सर, भोजपुर, सिवान, गया, सारण, नालंदा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सासाराम, गोपालगंज, औरंगाबाद, बेगुसराय, पटना, दरभंगा आदि जिलों में अधिक केंद्र स्थापित किए गए हैं।
इस अवसर पर भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी विनय कमार, सुशील कुमार, कैलाश चंद, कुमार अभिषेक, सुनील कुमार आदि उपस्थित थे।