नवबिहार टाइम्स संवाददाता
मसौढ़ी। पटना से सटे मसौढ़ी में सुबह से ही महिलाओं में भाई दूज को लेकर काफी उत्साह दिखा। यहां बहनों ने गाय के गोबर से तरह-तरह की आकृति बनाकर भाई के नाम पर गोधन कूटा और दुश्मनों से रक्षा करने की भगवान से प्रार्थना की। बहनों ने ईश्वर से उनके दीर्घायु होने की कामना की, इसके बाद तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी। यम के द्वार को कूटते हुए बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र की कामना की।
अनोखी परंपरा को निभाते हुए बहनों ने पहले भाइयों को श्राप दिया, उसके बाद प्रायश्चित करते हुए अपनी जीभ पर कांटा चुभाया और फिर गौधन कूटा. जिसके बाद अपने सामर्थ्य के हिसाब से भाइयों ने भी बहनों को अनुपम उपहार भेंट किया। बताया जाता है की बहन भाई दूज के दिन उपवास रखकर यमराज की पूजा करती है। इस दौरान बहन यमराज का आह्वान कर अपने भाई की उम्र दीर्घायु करने की प्राथर्ना करती है।
श्री राम जानकी ठाकुरबाडी मंदिर के मुख्य पुजारी गोपाल पांडे बताते हैं कि एक दिन यमराज अपनी बहन की नाराजगी को दूर करने के लिए उनसे मिलने उनके घर पर पहुंचे, भाई को आते देख यमुना को बहुत खुशी हुई, उसने भाई को तरह-तरह का स्वादिष्ट व्यंजन खिलाकर खूब सत्कार किया। बहन के सत्कार से यमराज खुश हो गए. यमराज जब अपनी बहन यमुना से विदा लेने लगे तब उन्होंने उससे वरदान मांगने को कहा. उनकी आग्रह को देखते हुए यमुना ने कहा कि अगर आप मुझे वरदान देना चाहते हैं तो यही वरदान दीजिए कि आज के दिन हर साल आप मेरे यहां घर पर आएंगे, बस तभी से हर साल भैया दूज का त्यौहार मनाया जाने लगा और इसलिए भैया दूज को यम द्वितीय भी कहा जाता है।