नवबिहार टाइम्स ब्यूरो
औरंगाबाद। बिहार राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने निर्देश जारी किए हैं। इसको लेकर औरंगाबाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने शनिवार को समाहरणालय के सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि इस गहन पुनरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में सम्मिलित हो ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें, कोई भी अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हो और मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहे।
श्री शास्त्री ने बताया कि बिहार में पिछला गहन पुनरीक्षण वर्ष 2003 में किया गया था। वर्तमान में तेजी से हो रहा शहरीकरण, लगातार होने वाला प्रवासन, नए युवाओं का 18 वर्ष की आयु पूरी कर मतदाता बनने की पात्रता प्राप्त करना, मृत्यु की जानकारी का समय पर न मिलना तथा अवैध विदेशी नागरिकों के नाम सूची में दर्ज हो जाना जैसी स्थितियों के कारण यह गहन पुनरीक्षण आवश्यक हो गया है ताकि त्रुटिरहित और विश्वसनीय मतदाता सूची तैयार की जा सके। इस प्रक्रिया के तहत बीएलओ घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्यक्रम 25 जून से शुरू हो गया है और 30 सितंबर को मतदाता सूची का फाइनल पब्लिकेशन हो जाएगा। इस दौरान बीएलओ प्रत्येक घर जाकर पहले से भरे हुए एन्यूमरेशन फॉर्म दो प्रतियों में वितरित करेंगे और उन्हें भरने में मतदाताओं का मार्गदर्शन करेंगे। बीएलओ कम से कम तीन बार जाकर फॉर्म संग्रह करने का प्रयास करेंगे। इच्छुक मतदाता प्रीफिल्ड एन्यूमरेशन फॉर्म को ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं तथा भरा हुआ फॉर्म और दस्तावेज भी ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं। हर मतदाता को यह फॉर्म आवश्यक जानकारी व स्वप्रमाणित दस्तावेजों के साथ भरकर बीएलओ को देना होगा। बीएलओ द्वारा फॉर्म जमा करने के बाद एक प्रति अपने पास रखी जाएगी और दूसरी प्रति पर स्वीकृति की रसीद देकर वह मतदाता को लौटा दी जाएगी। यदि कोई मतदाता समय पर एन्यूमरेशन फॉर्म जमा नहीं कर पता है तो वह दावा आपत्ति अवधि के दौरान फॉर्म 6 और घोषणा पत्र के साथ नाम जोड़ने हेतु आवेदन कर सकता है। यदि ईआरओ/एईआरओ ने जांच कर यह पाया कि प्रारूप सूची में शामिल कोई नाम मतदाता बनने के योग्य नहीं है तो वह नाम अंतिम मतदाता सूची में शामिल नहीं किया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली, डीपीआरओ रत्ना प्रियदर्शी आदि मौजूद रहे।